भारत और पाकिस्तान क्रिकेट की दुनिया की दो ऐसी प्रतिद्वंदी टीमें जिनका हर एक मैच किसी युद्ध से कम नहीं होता है. ये दोनो टीमों पिछले 31 सालों से विश्वकप में एक दूसरे से मैच खेलती आ रही है. हांलकी हर बार मैच टीम इंडिया के ही पक्ष में गया है.
यूएई में खेले जा रहे आईसीसी टी20 विश्वकप में भारत और पाकिस्तान की टीमें 24 अक्टूबर को एक बार फिर आमने सामने होगीं. दोनो टीमें अपने अभियान की शुरूआत इस मेगा मुकाबले से करेंगी.
यह 13वां होगा जब भारत और पाकिस्तान की टीमें विश्वकप में भिड़ेंगी. इससे पहले टी20 में 5 बार और वनडे में 7 बार दोनो टीमों के बीच मैच हुआ है. हांलकी हर बार रिजल्ट एक जैसा ही रहा है. लेकिन इस बार पाकिस्तान की टीम के खिलाड़ियों की दावा है कि वह इतिहास बदल सकते हैं.
पाकिस्तान ने पिछले 31 सालों में किसी भी विश्वकप में भारत से मैच नहीं जीता है. लेकिन इस बार दो बातें पाकिस्तान के फेवर में दिख रही हैं. यह टीम इंडिया के लिए किसी स्पीडब्रेकर कम नहीं हैं. जो महामुकाबले में भारत के लिए महंगी साबित हो सकती हैं.
विराट कोहली के फैसले
जिन स्पीडब्रेकर की हम बात कर रहे हैं उनमें सबसे पहला है भारतीय कप्तान विराट कोहली के फैसले. 2017 चैंम्पियन ट्रॉफी में कप्तान कोहली का पहले गेंदबाजी करने का फैसला टीम इंडिया काफी महंगा पड़ा था.
इसके अलावा 2019 विश्वकप में अहम मैचों में शमी को मौका न देना. सेमीफाइनल मैच में धोनी का बैटिंग क्रम बदलना गलत फैसला साबित हुआ है. यूएई में चूंकि पाक खिलाड़ियों का अनुभव ज्यादा है ऐसे में कोहली की एक गलती भी महंगी पड़ सकती है.
पाकिस्तान के गेंमचेंजर बल्लेबाज
पीसीबी ने अंतिम समय में विश्वकप टीम में बदलाव करते हुए शोएब मलिक जैसे अनुभवी खिलाड़ी को जगह दी. इसके अलावा टीम में अनुभवी मोहम्मद हफीज भी हैं. जो कि अकेले ही मैच का पासा पलटने में माहिर हैं.
मोहम्मद रिजवान और कप्तान बाबर आज़म खुद जबरदस्त फॉर्म में हैं. इसके अलावा फखर जमान और आसिफ अली बड़ी हिट लगाने में माहिर हैं. पाक के पास एक अच्छा बैटिंग ऑर्डर है. हसन अली और शाहीन अफरीदी के रूप में पाकिस्तान के पास दो शानदार गेंदबाज हैं.
भारत के पास एक बेहतरीन टीम के साथ बड़े इवेंट्स में दबाव झेलने की क्षमता है. लेकिन 2017 चैंपियंस ट्राफी के फाइनल में सिर्फ एक गलती के बाद टीम का बिखरना भी भारतीय फैन्स को जरुर चिंता में डालेगा.