जहीर खान की गिनती भारत के क्रिकेट इतिहास के सबसे धांसू तेज गेंदबाजों में होती है.
स्विंग, गति और रिवर्स स्विंग उनकी गेंदबाजी के प्रमुख हथियार रहे हैं. जहीर के सामने दुनियाभर के दिग्गज बल्लेबाज भी खेलते हुए परेशानियां का सामना करते थे. जहीर खान ने कई बार खतरनाक गेंदबाजी से मैच का पासा पलटा है.
साल 2011 के विश्वकप में तो उन्होने टीम इंडिया को चैंम्पियन बनाने में अहम भूमिका निभाई. इससे पहले 2003 के विश्वकप में भी जहीर की गेंदबाजी का जलवा देखने को मिला था. टीम इंडिया कई बार जहीर ने मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला है. सिर्फ गेंद ही नहीं ब्लकि कई बार तो जहीर ने बल्ले से भी अपने खेल का जलवा दिखाया है. आज हम उनके दो ऐसे रिकॉर्ड की बात कर रहे हैं जो उन्होने बल्ले से बनाए हैं. इनमें से एक रिकॉर्ड तो पिछले 21 सालों से नहीं टूटा है.
अंतिम ओवर में 27 रन वाले इकलौते बल्लेबाज
जहीर खान ने अपनी बल्लेबाजी के दौरान वनडे क्रिकेट में एक ही ओवर में लगातार चार छक्के जड़े हैं. जोधपुर में सन 2000 में उन्होंने हेनरी ओलंगा की गेंदों पर चार छक्के जड़े थे. वनडे क्रिकेट के अंतिम ओवर में ऐसा करने वाले वह पहले बल्लेबाज हैं. इस ओवर में उन्होंने 27 रन बनाए जो एक भारतीय रिकॉर्ड है. हालांकि इस बल्लेबाजी के बाद भी भारतीय टीम को उस मैच में पराजय का सामना करना पड़ा था.
11वें नम्बर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले इकलौते भारतीय
जहीर खान ने नम्बर ग्यारह पर खेलते हुए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाए हैं. बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच में उन्होंने नम्बर ग्यारह पर खेलते हुए 75 रन की पारी खेली थी. उनके सामने उस समय सचिन तेंदुलकर खेल रहे थे. सचिन तेंदुलकर ने दोहरा शतक जड़ा था. जहीर का यह कीर्तिमान अभी बरकरार है और अन्य कोई भारतीय बल्लेबाज ऐसा नहीं कर पाया.