6 क्रिकेटर जिन्होने विकलांग होने के बावजूद मैदान पर गाड़े सफलता के झंडे पोलियो से ग्रहस्त था ये भारतीय.
क्रिकेट में बगैर फिटनेस बनाए रखे कोई भी क्रिकेटर खेलने के बारे में सोच भी नहीं सकता। पर आपने कभी ऐसा सोचा है कि बिना एक पैर या हाथ के,यानि शारीरिक अक्षमता के वह अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर अर्न्तराष्ट्रीय क्रिकेट जगत में अपना नाम कमा सकता है, शायद नहीं
1. टोनी ग्रेग
इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी टोनी ग्रेग को मिर्गी की गंभीर बीमारी थी। बचपन से ही इस बीमारी से घिरे रहने के बावजूद उन्होंने अर्न्तराष्ट्रीय क्रिकेट में 8 शतक अपने नाम दर्ज करा लिये। इसके अलावा इंग्लैंड के कप्तानी की बागडोर भी साल 1975 से 1977 के बीच संभाली.
2. लेन हट्टन
इंग्लैंड की सरजर्मी पर जन्में इस दिग्गज खिलाड़ी का एक हाथ,दूसरे से करीब दो इंच छोटा था। हालांकि लगातार कड़ी मेहनत और ट्रेनिंग के कारण उन्होंने इससे उबरते हुए टेस्ट क्रिकेट में 19 शतक जड़ दिए,जिसके लिए उन्होंने 79 टेस्ट मैच खेले थें.
3. मार्टिन गुप्टिल
न्यूजीलैण्ड के धाकड़ बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल के जबरदस्त बल्लेबाजी देखकर आप कभी नहीं सोच सकते कि उनको किसी भी तरह की शारीरिक अक्षमता होगी। पर यह बात पूरी तरह से सच है, महज 13 साल की उम्र में उनका एक्सीडेंट हो गया था,जिसमें उनका पैर कुचल गया. इसके बाद हुए सर्जरी में उनके एक पैर की महज दो अंगुलियां ही बची. ऐसे में उनका अर्न्तराष्ट्रीय क्रिकेट जगत में शानदार पारियां खेलना बेहद ही अचंभित कर देना वाला दिखाता है.
4. मंसूर अली खान पटौदी
लड़कियों के बीच चहेते मंसूर अली का साल 1961 में एक कार एक्सीडेंट हो गया था,जिसमें उनके आंस की रोशनी चली गयी थी। एक आंख की रोशनी जाने के बावजूद उन्होंने क्रिकेट को नहीं छोड़ा और साल 1978 में न्यूजीलैण्ड में हुई टेस्ट सीरीज में टीम इण्डिया का नेतृत्व करते हुए सीरीज को अपने नाम कर लिया.
5. भागवत चंद्रशेखर
लीजेण्ड पूर्व स्पिनर चंद्रशेखर एक संक्रामक रोग से ग्रस्त थे,जो पोलियो वायरस का कारण होता है। इसकी वजह से उनके रीढ़ की हड्डी पर बुरा असर होता है। हालांकि उनको यह गंभीर बीमारी भी क्रिकेट खेलने से रोक नहीं सकी और अपने अर्न्तराष्ट्रीय क्रिकेट में 58 मैच खेलकर 242 विकेट लेकर अपना नाम हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज करा लिया.
6. वकार युनिस
पाकिस्तानी गेंदबाज वकार यूनिस को रिवर्स स्विंग कराने में महारथ हासिल थी. वह पाकिस्तान के महानतम गेंदबाजों में गिने जाते हैं. यूनिस के बाएं हाथ की सबसे छोटी उंगली नहीं थी.
7. गैरी सोबर्स
वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर सर गैरी सोबर्स के दोनों हाथों में एक-एक उंगलियां एक्स्ट्रा थी. जिन्हें उन्होंने बचपन में ही निकलवा दिया था.
8. अजीम हफीज
हफीज ने पाक टीम के लिए 18 टेस्ट मैचों में 63 विकेट और 15 वनडे मैचों में 15 विकेट लिए. उनके दाएं हाथ में दो उंगलियां कम थीं.
9. पैट कमिंस
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज पैट कमिंस की गिनती चोटी के गेंदबाजों में होती है. कमिंस जब भी गेंदबाजी करने के लिए मैदान में आते हैं लोगों की नजरें उनकी बीच वाली उंगली पर जाती है. बता दें कि कमिंस की बीच वाली उंगली करीब एक सेंमी छोटी है. जब वह 4 साल के थे तब यह कट गई थी.
10. वाशिंगटन सुंदर
आईपीएल में आरसीबी के लिए खेलने वाले वाशिंगटन सुंदर 18 साल की सबसे कम उम्र में 3 विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज़ बने थे. सुंदर ने अपनी गेंदबाजी से सबको हैरान कर दिया है लेकिन वो एक कान से सुन नहीं सकते हैं, इसके बावजूद आज वो फिरकी के जादूगर हैं. 18 साल के वाशिंगटन सुंदर ने अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप में अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया था.