वनडे क्रिकेट में ऐसे मौके बहुत कम देखने को मिलते हैं जब कोई छोटी टीम बड़ी टीम को जीत के लिए नाको चने चबवा दे. वो भी तब जब सामने 360 रनों का विशाल लक्ष्य हो. बात न्यूजीलैंड और आयरलैंड के बीच खेली जा रही वनडे सीरीज़ के आखिरी मैच की है. जहां भाग्य थोड़ा सा आयरलैंड का साथ दे देता तो इतिहास बन जाता.
डबलिन में खेले गए इस मैच में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 360 रन का स्कोर बनाया. जवाब में आयरलैंड ने 49 ओवर में 8 विकेट खोकर 351 रन बना लिए थे. जीत के लिए अंतिम ओवर में 10 रन चाहिए थे. बस भाग्य ने यहीं साथ छोड़ दिया. और न्यूजीलैंड ने एक रन से मैच जीतकर सीरीज अपने नाम कर ली.
गप्टिल ने जड़ा शतक
मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम ने सलामी बल्लेबाज मार्टिन गप्टिल की 115(126) रन की शतकीय और हेनरी निकोल्स की 79(54) और ग्लेन फिलिप्स की 47(30) की आतिशी पारी की बदौलत 50 ओवर में 6 विकेट पर 360 रन का स्कोर खड़ा किया. जोश लिटिल आयरलैंड के सबसे सफल गेंदबाज रहे उन्होंने 2 विकेट हासिल किए. वहीं एक एक सफलता क्रेग यंग, कर्टिस कैंफर और गरेथ डलानी को मिली.
खराब रही आयरलैंड की शुरुआत
जीत के लिए 361 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी आयरलैंड की शुरुआत खराब रही. कप्तान एंडी बलबर्नी दूसरे ओवर की आखिरी गेंद पर खाता खोले बगैर मैट हेनरी का शिकार बनकर पवेलियन लौट गए. इसके बाद अनुभवी पॉल स्टर्लिंग ने मोर्चा संभाला और एंडी मैक्ब्रेन के साथ मिलकर टीम को 50 रन के पार पहुंचा दिया. लेकिन मैक्ब्रेन 62 के स्कोर पर 26 रन बनाकर हेनरी का दूसरा शिकार बने.
स्टर्लिंग और टेक्टर ने शतकीय साझेदारी कर संभाला
62 रन पर दो विकेट गंवाने के बाद पॉल स्टर्लिंग और हैरी टेक्टर ने मोर्चा संभाला. दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 179 (150) रन की साझेदारी करके टीम को 241 रन के स्कोर तक पहुंचा दिया. लेकिन 35वें ओवर की चौथी गेंद पर स्टर्लिंग हेनरी की गेंद पर फिलिप्स के हाथों लपके गए. उन्होंने 103 गेंद पर 120 रन बनाए और अपनी इस पारी के दौरान 14 चौके और 5 छक्के जड़े.
स्टर्लिंग के आउट होते ही लगी विकेटों की झड़ी
स्टर्लिंग के आउट होने के बाद टेक्टर एक छोर थामे रहे लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हो गया. टीम को 310 रन के स्कोर तक पहुंचाने के बाद वो भी 44वें ओवर की तीसरी गेंद पर मिचेल सेंटनर की गेंद पर बोल्ड हो गए. उन्होंने 106 गेंद पर 108 रन बनाए और इस दौरान 7 चौके और 5 छक्के जड़े.
जीत के करीब पहुंचाकर पवेलियन लौटे टेक्टर
टेक्टर के आउट होने के बाद आयरलैंड को जीत के लिए 39 गेंद में 51 रन बनाने थे और उसके चार विकेट शेष थे. ऐसे में विकेटकीपर ट्रकर और जॉर्ज डॉकरेल ने टीम को जीत के करीब पहुंचाने की कोशिश की. टकर 320 के स्कोर पर 14 रन बनाकर और डॉकरेल 348 के स्कोर पर 22 रन बनाकर आउट हो गए. 348 पर 8 विकेट गंवाने के बाद आयरलैंड के ऊपर हार का खतरा मंडराने लगा.
आखिरी 9 गेंद में जीत के लिए आयरलैंड को 13 रन बनाने थे. डेब्युटेंट ग्राहम ह्यूम और क्रेग यंग मैदान पर थे। दोनों ने 49 ओवर में टीम को 351/8 तक पहुंचाया. अंतिम ओवर में जीत के लिए 10 रन बनाने थे और गेंद ब्लेयर टिकनर के हाथों में थी.