श्रीलंका के 30 वर्षीय स्पिनर प्रभात जयसूर्या ने अपने डेब्यू टेस्ट मुकाबले में ही कहर बरपाते हुए इतिहास रच दिया है. दरअसल श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला आठ जुलाई से 11 जुलाई के बीच गाले में खेला गया. इस मुकाबले में श्रीलंकाई टीम को पारी और 39 रनों से बड़ी जीत मिली. मैच के हीरो लेफ्ट आर्म लेग स्पिनर प्रभात जयसूर्या रहे. उन्होंने टीम के लिए पहली पारी में 36 ओवर की गेंदबाजी करते हुए 118 खर्च कर छह सफलता प्राप्त की. उनका कहर यहीं नही समाप्त हुआ. उन्होंने दूसरी पारी में भी कातिलाना गेंदबाजी करते हुए अपने 16 ओवरों में 59 रन खर्च करते हुए छह विकेट चटका डाले.
मैच के दौरान श्रीलंकाई लेग स्पिनर ने एक खास रिकॉर्ड अपने नाम किया है. वह डेब्यू टेस्ट मुकाबले में 12 विकेट चटकाने वाले दुनिया के पांचवें गेंदबाज बन गए हैं. जयसूर्या से पहले साल 1890 में सर्वप्रथम इंग्लैंड के खिलाड़ी फ्रेड मार्टिन ने यह कारनामा किया था. उन्होंने द ओवल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कातिलाना गेंदबाजी करते हुए दोनों पारियों में 102 रन खर्च करते हुए 12 विकेट चटका डाले थे.
फ्रेड मार्टिन के बाद 1972 में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज बॉब मासी ने यह कारनामा किया. मासी ने ऐतिहासिक क्रिकेट ग्राउंड लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ कातिलाना गेंदबाजी करते हुए 137 रन खर्च कर 16 सफलता प्राप्त की थी. इसके बाद साल 1988 में भारतीय गेंदबाज नरेंद्र हिरवानी ने अपने डेब्यू टेस्ट मुकाबले में वेस्टइंडीज के खिलाफ 136 रन खर्च करते हुए 16 खिलाड़ियों को पवेलियन का रास्ता दिखाया था.
इस तीनों खिलाड़ियों के बाद साल 2008 में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज जेसन क्रेजा ने नागपुर टेस्ट में भारतीय टीम के 12 खिलाड़ियों को 358 रन पर आउट करते हुए हाहाकार मचा दिया था. हालांकि उनका टेस्ट करियर ज्यादा लंबा नहीं चल सका. उन्होंने अपनी टीम के लिए कुल दो टेस्ट मुकाबले खेले. इस दौरान उन्होंने चार पारियों में 13 सफलता प्राप्त की. इन खिलाड़ियों के बाद श्रीलंकाई स्पिनर जयसूर्या का नाम आता है. जयसूर्या अपनी टीम के लिए डेब्यू टेस्ट मुकाबले में यह कारनामा करने वाले पहले खिलाड़ी हैं.