फ़िल्म शोले में अपने जबरदस्त डायलॉग्स और आइकोनिक किरदार से
करोड़ों लोगों का दिल जीतने वाले एक्टर अमजद खान ने 80 के दशक में कई सुपरहिट फिल्मों में काम कर अपना नाम कमाया है। अमजद खान ने अपने फिल्मी करियर में बहुत से रोल किये। कभी वह सीधे साधे रोल में नजर आए तो कभी उन्होंने अपने विलन के किरदार से लोगों के मन में खौफ पैदा किया। बॉलीवुड के वर्सटाइल एक्टर कहे जाने वाले अमजद खान आज भले ही हमारे बीच ना हो, मगर उनकी जबरदस्त परफॉरमेंस और उनकी यादें आज भी लोगों के दिलों में मौजूद है। तो चलिए ऐसे में आज हम आपको अमजद खान के जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें बताते हैं जिसके बारे में आप शायद ही जानते होंगे।
रियल लाइफ में एक शानदार पिता और पति थे अमजद खान :-
साल 1940 में 27 जुलाई को मुंबई में जन्मे अमजद खान की शिक्षा-दीक्षा भी मुंबई में ही हुई थी। उनके पिता जयंत खान पेशे से एक अभिनेता थे और उनके भाई इम्तियाज़ खान को भी अभिनय में बेहद दिलचस्पी थी। अमजद खान की पत्नी शेहला खान ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि बड़े पर्दे पर अमजद खान जितने शानदार विलेन थे, असल जिंदगी में वह उतने ही शानदार पिता और पति थे।
एक दूसरे के पड़ोसी थे अमजद खान और शेहला खान :-
आपको बतादें कि अमजद खान और शेहला खान एक दूसरे को स्कूल के दिनों से ही जानते थे। दोनों मुंबई के बांद्रा में एक दूसरे के पड़ोसी हुआ करते थे। अपने इंटरव्यू में शेहला खान ने अमजद खान के बारे में बात करते हुए बताया था कि अमजद खान और वो पड़ोसी थे। वह सिर्फ 14 वर्ष की थी जब अमजद खान अपने स्नातक की पढ़ाई कर रहे थे और अमजद खान को ये बिलकुल पसंद नहीं था कि वह उन्हें भाई कहकर बुलाए।
शादी के लिए शेहला के घर पर भेज दिया था प्रपोजल :-
शेहला ने आगे बताया कि अमजद खान ने उन्हें उनके नाम का अर्थ बताते हुए ये तक कह दिया था कि तुम जल्दी बड़ी हो जाओ क्योंकि उन्हें उनसे शादी करनी है। शहला खान ने आगे कहा कि अमजद सिर्फ यही नही रुके उन्होंने उसके कुछ दिनों बाद शेहला के घर पर शादी का प्रपोजल भी भेज दिया था। जिसे उनके पिता दिवंगत लेखक और गीतकार अख्तर-उल-ईमान ने ये कहते हुए रिजेक्ट कर दिया था कि वो शादी के लिए अभी बहुत छोटी हैं और ये सही नही हैं।
शेहला खान को लिखा करते खत :-
पिता के द्वारा शादी का प्रस्ताव ठुकराए जाने से अमजद खान बेहद नाराज हो गए थे और गुस्से में आकर उन्होंने ये तक कह दिया था कि अगर वो उनका गांव होता तो अबतक अमजद उनके परिवार की तीन पीढ़ियों को देख लेते =। इस बात के बाद शेहला के पिता ने उनकी और अमजद के बीच की बढ़ती नजदीकियों को देखते हुए अपनी बेटी को पढ़ने के लिए अलीगढ़ भेज दिया। लेकिन इसके बावजूद अमजद खान ने हार नही मानी और शेहला से चिट्ठियों के जरिये हमेशा जुड़े रहे।
साल 1972 में हुई थी शादी :-
फिर आख़िरखार वो मौका आया जब अमजद खान की मेहनत रंग लाई और साल 1972 में दोनों की शादी हुई। शादी के एक साल बाद यानी कि साल 1973 में शेहला ने एक बेटे को जन्म दिया जिसका नाम शादाब है।
शादी के बाद अमजद खान की चमकी थी किस्मत :-
खबरों की माने तो शेहला खान से शादी करने के बाद अमजद खान की किस्मत चमक गई थी और उन्हें फिल्म ‘शोले’ में गब्बर सिंह का रोल ऑफर हुआ था। हालांकि अमजद से पहले इस किरदार को डैनी डेन्जोंगपा करने वाले थे। मगर उनके पास डेट्स ना होने के कारण गब्बर का ये आइकोनिक किरदार अमजद खान के झोली में जा गिरा। इस फ़िल्म में गब्बर के किरदार को निभाकर अमजद खान का नाम हमेशा हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में छप गया।
फ़िल्म शोले की सफलता के बाद का शेहला ने साझा किया था एक किस्सा :-
इस फ़िल्म ने अमजद खान की किस्मत को रातों रात बदल कर रख दिया। अमजद को शोले में अपने जबरदस्त अभिनय के लिए खूब तारीफे मिली। शेहला खान ने अपने पति की सफलता के बाद का एक किस्सा साझा करते हुए बताया था कि ये शोले रिलीज होने के ठीक बाद वाला रविवार का वक़्त था जब वह और अमजद खान, शादाब को जुहू बीच पर ले गए थे।
तभी उन्होंने देखा कि कुछ लोगों की भीड़ उनकी तरफ आ रही थी। शेहला ने बताया कि अमजद ने शादाब को उठाया, उनका हाथ पकड़ा और कहा, भागो! बस भागो! इससे पहले कि लोग उनके पास पहुंच पाते, शेहला और अमजद बड़ी मुश्किल से कार में बैठ पाए। वैसे तो फैन्स का उस तरह से अमजद खान को घेरना कपल के लिए बेहद आम बात थी, मगर वो दोनों नही चाहते थे कि उनका बेटा शादाब ये सब झेले।
अपने करीबियों के लिए किसी हीरो से कम नही थे अमजद खान :-
भले ही अमजद खान ने बड़े पर्दे पर अक्सर विलेन की भूमिका निभाई हो, मगर असल जिंदगी में वह अपने बच्चों और दोस्तों के लिए किसी हीरो से कम नही थे। एक्टर के करीबी लोग उनसे बेहद प्यार करते थे। अमजद के तीन बच्चे थे और उनके तीनों बच्चे अपने पिता से बेहद लगाव रखते थे।
दिल का दौरा पड़ने से हुई थी मौ’त :-
परिवार के साथ अमजद की जिंदगी खुशहाल तरीके से बीत रही थी। लेकिन फिर सबकी जिंदगी में वो बुरा वक्त आया जब साल 1992 में 27 जुलाई को 48 साल की उम्र में अमजद खान ने इस दुनिया को अलविदा कहा। ये हा’दसा तब हुआ था जब 27 जुलाई की देर शाम अमजद को किसी से मिलना जाना था। वह अपने कमरे में तैयार होने गए ही थे अचानक उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौ’त हो गई। शहला खान ने बताया कि अमजद खान उनसे हमेशा ये बात कहा करते थे कि वो आसानी से ये दुनिया छोड़कर जाएंगे।
साभार- biharivoice