KKR की तरफ से रिंकू सिंह ने लखनऊ के विरुद्ध 4 गगनचुंबी छक्के जड़े. आखिरी ओवर में कोलकाता की टीम को जीत के लिए 19 रन की दरकरार थी. ऐसे में रिंकू ने दो छक्के और एक चौका जड़ तीन गेंदों पर 16 रन ठोक दिए. हालाँकि चौथी गेंद पर रिंकू सिंह दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से कैच आउट हो गये. KKR के बल्लेबाज अगली दो गेंदों पर एक भी रन नहीं बना पाए. इस सब के बावजूद रिंकू सिंह ने अपनी बल्लेबाजी से सभी का दिल जीत लिया.
रिंकू सिंह का जीवन
KKR के बल्लेबाज रिंकू सिंह का जन्म 12 October 1997 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ था. 24 वर्षीय रिंकू का जीवन बेहद ही कठिन परिस्थितियों में बीता. रिंकू के पिता घर-घर सिलेंडर पहुंचाने का काम करते हैं. वहीं रिंकू का एक भाई ऑटो रिक्शा चलाता है.
रिंकू का दूसरा भाई कोचिंग सेंटर में काम करता है. वह कुल 5 बहन-भाई है. रिंकू की पढ़ाई में ज्यादा रूचि नहीं थी जिस वजह से उन्होंने क्रिकेट को अपनी जिंगदी बना ली. रिंकू सिंह ने 9वीं में फेल होने के बाद पढाई छोड़ दी.
क्रिकेट खेलने पर रिंकू के पिता उनकी पिटाई करते थे. वर्ष 2012 में एक टूर्नामेंट में बाइक जीती जिसके बाद उनके पिता ने रिंकू को पीटना बंद कर दिया. रिंकू ने यह भी बताया कि एक बार उन्होंने अपने भाई को नौकरी के लिए कहा था. वह ऐसी जगह लेकर गया जहां साफ-सफाई और पोछा लगाने का काम था, रिंकू वहां से लौट जाए और उन्होंने इसके बाद क्रिकेट खेलने में जी जान लगा दी.
आर्यन-सुहाना खान ने जताया भरोसा
आईपीएल नीलामी में सबसे पहले पंजाब किंग्स ने 2017 में रिंकू खरीदा. हालाँकि उस साल उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला. रिंकू को पंजाब ने 10 लाख रुपए के बेस प्राइज में खरीदा था.
इसके बाद 2018 में केकेआर ने इस खिलाड़ी पर 80 लाख रुपए खर्च किए. 2018 से रिंकू केकेआर का हिस्सा हैं. आईपीएल 2022 मेगा ऑकशन में केकेआर की तरफ से ऑक्शन में शामिल हुए आर्यन-सुहाना ने उन पर 55 लाख रुपए की बोली लगाई.BCCI लगा चुकी हैं बैन
रिंकू सिंह ने बीसीसीआई की अनुमति के बिना अबू धाबी क्रिकेट के रमजान टी20 कप में हिस्सा लिया था. रिंकू के इस फैसले से नराज बीसीसीआई ने उन पर तीन महीने का बैन लगाया था.