3 साल पहले की बात है. मोहाली के नेट्स पर शाहरुख खान टी. नटराजन की गेंदों का सामना कर रहे थे. इसी दौरान एक उछाल लेती गेंद उनके कलाईयों पर जा लगी. उन्हें दर्द हुआ लेकिन, इस दर्द के पीछे एक राज था जिसका खुलासा तमिलनाडु के कोच ऋशिकेष कानिटकर ने तभी किया था, ये कहते हुए कि, ” आने वाले सालों में इस खिलाड़ी का नाम गूंज जाएगा. मैंने इस बच्चे जैसी क्लिन हिटिंग करते किसी को नहीं देखी. ” 3 साल बाद आज टीम इंडिया के लिए नहीं खेलकर भी शाहरुख खान किसी पहचान के मोहताज नहीं है. उनकी इस पहचान को और मजबूत बनाती है उनकी ये सोच जब वो कहते हैं.” उनका काम है टीम के लिए खेल खत्म करना.”
शाहरुख खान का नाम बीते डेढ़ साल से भारतीय क्रिकेट में गूंज रहा है. हाल में वो सुर्खियों में छाए हैं अपनी IPL डील और रणजी ट्रॉफी में 194 रन की पारी खेलने को लेकर. IPL 2022 के लिए पंजाब किंग्स ने उन्हें पूरे 9 करोड़ रुपये देकर खुद से जोड़े रखा है. और, अब इस डील पर उसे नाज भी होगा.
मेरा काम मैच खत्म करना- शाहरुख खान
दाएं हाथ के मैच फीनिशर शाहरुख खान ने द इंडियन एक्सप्रेस से बात चीत में कहा कि, ” लिमिटेड ओवर क्रिकेट में उनका काम है मैच को खत्म करना. रेड बॉल क्रिकेट में भी भूमिका उससे अलग नहीं है. टीम दबाव में हो तो उसे उस हालात से बाहर निकालना ही मेरा काम है.”
दिल्ली के खिलाफ रणजी ट्रॉफी के पहले मैच में शाहरुख खान ने 148 गेंदों पर 194 रन की पारी खेली थी. इसमें अपना शतक उन्होंने 89 गेंदों पर पूरा किया था. दाएं हाथ के इस मैैच फीनिशर के लिए पर्सनल माइलस्टोन से बढ़कर टीम की जरूरत रही है. उन्होंने कहा कि, ” मेरे लिए पर्सनल माइलस्टोन मायने नहीं रखते. मेरा काम है टीम को मुश्किल वक्त से बाहर निकालना. और मुझे खुशी है कि मैं ऐसा कर पा रहा हूं. मुझसे जितना होगा मैं इसमें अपना योगदान दूंगा.”