क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें फिटनेस बहुत मायने रखती है।
अगर कोई क्रिकेटर अपनी फिटनेस का स्तर बनाए रखता है, तो वह 35 साल की उम्र तक क्रिकेट खेल सकता है। जब भी क्रिकेटर देखता है कि उसके स्वास्थ्य को अब खेलने की अनुमति नहीं है, तो वह क्रिकेट से पूरी तरह से सेवानिवृत्त हो जाता है।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे क्रिकेटर्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो ‘शेर कभी बूढ़े नहीं होते’ कहते हुए फिट बैठते हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में-
6- इमरान ताहिर
5- महेंद्र सिंह धोनी
भारतीय टीम के विकेटकीपर धोनी कई वर्षों से निरन्तर भारतीय टीम की तरफ से खेल रहे हैं. 40 वर्षीय धोनी आज भी उसी अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं जिस अंदाज में वह अपने करियर के शुरुआती दिनों में करते थे. धोनी पर उम्र का कोई असर नहीं दिखाई देता.
4- क्रिस गेल
वेस्टइंडीज के क्रिस गेल 42 वर्ष के हो गये हैं. 42 वर्षीय गेल आज भी गेंदबाजों की जमकर खबर लेते हैं. गेल पर कहावत ‘शेर कभी बूढा नहीं होता’ बिल्कुल फिट बैठती है. गेल अब तक 42 अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ चुके हैं.
3- एबी डी विलियर्स
37 साल की उम्र में यह दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज, माजांसी सुपर लीग 2019 में भी शानदार पारी खेल रहा है। एबी डिविलियर्स ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 47 शतक बनाए हैं।
2- युवराज सिंह
39 साल की उम्र में युवराज ने रोड वर्ल्ड सेफ्टी सीरीज में एक के बाद एक क्रिकेट के कई रिकॉर्ड बना रहे हैं। युवराज सिंह पर कही गयी कहावत है कि ‘शेर कभी बूढ़ा नहीं होता’ पूरी तरह से फिट बैठता है। बता दें युवराज सिंह ने क्रिकेट के सभी प्रारूपो से संन्यास ले लिया हैं.
1- शाहिद अफरीदी
44 की उम्र में शाहिद अफरीदी का जलवा बरक़रार है. 44 की उम्र में अफरीदी गेंद और बल्ले से चमत्कारिक प्रदर्शन कर रहे हैं. फिलहाल शाहिद अफरीदी कश्मीर प्रीमियर लीग में खेल रहे हैं.