जेंटलमैन का गेम कहे जाने वाले क्रिकेट का नाता शुरु से ही विवादों का रहा है. कई दफा क्रिकेटरों पर मैच फिक्सिंग, सैक्स स्कैंडल जैसे संगीन अपराधों के आरोप लगते आए हैं और कई बार यह सिद्ध भी हो चुका है. अभी के समय में भी क्रिकेट के मैदान पर खिलाड़ियों में नोक-झोंक देखने को मिलती रहती है. गाली-गलौज के साथ-साथ विवादित बयानों को लेकर कई बार खिलाड़ियों को आइसीसी की लताड़ भी मिलती है.
इसी बीच हम आपको क्रिकेट से जुड़ी एक ऐसी ही कंट्रोवर्सी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में आज भी काफी क्रिकेट प्रेमी अनभिज्ञ हैं. हम आपको बता रहे हैं क्रिकेट इतिहास के एक ऐसे क्रिकेटर के बारे में, जिस पर हत्या के आरोप लगे थे और हत्या सिद्ध होने के बाद उसे फांसी के फंदे पर लटका दिया गया था.
6 मैच में निकाले थे कुल 19 विकेट
हम बात कर रहें है वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर लेस्ली हिल्टन के बारे में. लेसली हिल्टन 1930 के दशक के तेज गेंदबाजों में से एक थे. उन्हें 1935 में पहली बार वेस्टइंडीज की टीम में मौका मिला. हिल्टन ने बारबडोस के केंगिस्टन ओवल मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू किया. अपने पहले ही मैच में उन्होंने गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया. लेसली हिल्टन का ही कमाल था कि वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में जीत हासिल की. उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए कुल 6 टेस्ट मैच खेलें, जिनमें उन्होंने 19 विकेट निकालें. साल 1942 में उन्होंने अपनी गर्लफ्रेंड लर्लिन रोज से शादी कर ली. 5 साल बाद इस कपल को एक बेटा भी हुआ.
बीबी की बेवफाई
खबरों के मुताबिक लेसली हिल्टन ने पत्नी की बेवफाई से तंग आकर उसकी हत्या कर दी थी. बताया जाता है कि शादी के कुछ सालों बाद से ही हिल्टन को अपनी बीबी पर शक होने लगा था. साल 1954 में उनकी बीबी लर्लिन अपने ड्रेसमेकिंग बिजनेस का हवाला देकर अकसर न्यूयार्क जाने लगी. उसी साल हिल्टन को अपने घर में ही एक गुमनाम चिट्ठी मिली, जिसमें उनकी बीबी के ब्रूकलीन एवेन्यू में रहने वाले रॉय फ्रांसिस से नाजायज रिश्ते की बात थी.
चिट्ठी मिलते ही हिल्टन का शक यकीन में बदल गया. उन्होंने आनन-फानन में टेलीग्राम देकर अपनी बीबी को न्यूयार्क से वापस बुलाया. बताया जाता है कि फ्रांसिस से संबंध के बारे में लर्लिन ने इनकार कर दिया. लर्लिन ने बताया था कि फ्रांसिस सिर्फ उसके अच्छे दोस्त हैं.
जिसके बाद दोनों के रिश्ते में दरार पड़नी शुरु हुई और वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज लेस्ली हिल्टन ने अपनी बीबी की हत्या कर दी. खबरों के मुताबिक हिल्टन ने लर्लिन को 7 गोलियां मारी थी.
17 मई 1955 को दी गई थी फांसी
अक्टूबर 1954 में कोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई, जिसमें लेस्ली हिल्टन को दोषी पाया गया. कोर्ट में सुनवाई के दौरान अपनी सफाई में हिल्टन ने अपनी सफाई में कहा था कि उन्होंने खुद को गोली मारने की कोशिश की थी, जो गलती से उनकी बीबी को लग गई. लेकिन उनकी ये दलील बेकार साबित हुई, क्योंकि लर्लिन के शरीर में एक या दो नहीं कुल 7 गोलियां दागी गई थी. आरोप सिद्ध होने के बाद वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज लेस्ली हिल्टन को फांसी की सजा सुना दी गई. इस तरह वो दुनिया के इकलौते क्रिकेटर बने जिसे कोर्ट ने सजा-ए-मौत की सजा सुनाई. 17 मई 1955 की सुबह हिल्टन को फांसी दी गई थी.
उनकी फांसी के लिए जो तारीख तय हुई वो थी 17 मई 1955. इसी दिन ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच केंसिग्टन ओवल मैदान पर ही टेस्ट मैच खेला जा रहा था. वेस्ट इंडीज के ओपनर जॉन होल्ट क्रीज पर स्ट्रगल कर रहे थे. बाद में उन्होंने स्लिप में दो हलवा कैच भी छोड़ दिए. इसी दौरान दर्शक दीर्घा में एक बैनर दिखाई दिया, ‘हैंग होल्ट. सेव हिल्टन.’ लेकिन हिल्टन नहीं बचाए जा सके. वह अब तक इकलौते क्रिकेटर हैं, जिन्हें फांसी चढ़ाया गया.