India vs Bangladesh, 17th Match: बांग्लादेश के विरुद्ध विराट कोहली ने वनडे इंटरनेशनल में अपना 48वां और वनडे वर्ल्ड कप का तीसरा शतक जड़ा। शतक जड़कर कोहली ने India vs Bangladesh, 17th Match में टीम इंडिया को जीत दिलाई| टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट ने बांग्लादेश के खिलाफ 97 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया। इस वर्ल्ड कप में कोहली अब तक दो अर्धशतक के साथ एक शतक लगा चुके हैं।
बांग्लादेश के खिलाफ कोहली ने नाबाद 103 रनों की पारी खेली जिसमें 6 चौके और 4 छक्के शामिल रहे।
मुकाबले में विराट कोहली को इस शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच भी घोषित किया गया। वनडे वर्ल्ड कप 2023 में इसी के साथ वह 4 मैचों में 259 रन बना चुके हैं। कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 84 रन, अफगानिस्तान के खिलाफ 55 रन नाबाद, पाकिस्तान के खिलाफ 16 रन और अब बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 103 रन की शतकीय पारी खेली।
The moment Virat Kohli reached his 48th ODI century.
– King Kohli, GOAT…!!!
pic.twitter.com/T7e8v2FHP9— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) October 19, 2023
विराट कोहली ने इसी के साथ इंटरनेशनल क्रिकेट में 26 हजार रन भी पूरे कर लिए हैं। मैच में आखिर में नाटकीय अंदाज में कोहली का शतक पूरा हुआ| दरअसल, विराट कोहली 97 रन बनाकर खेल रहे थे। कोहली को शतक के लिए एक-एक रन के लिए जद्दोजहद चल रही थी।
इतने में 42वां ओवर डालने आए बांग्लादेश के स्पिनर नसूम अहमद ने चतुराई दिखाने की कोशिश की और पहली बॉल वाइड फेंक दी, लेकिन ये क्या? अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने इसे वाइड नहीं दिया। इसके बाद कोहली ने छक्का जड़कर शतक पूरा किया| मैच के बाद अंपायर रिचर्ड केटलबोरो का डिसिजन फैंस के बीच चर्चा का विषय बन गया है। वहीं कोहली के शतक में राहुल का भी अहम योगदान रहा|
मैच के बाद कोहली ने बयान से जीता दिल
शतक जड़ने वाले विराट कोहली ने मैच के बाद कहा कि रवींद्र जडेजा से इसे (मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का अवॉर्ड) चुराने के लिए मुझे माफ करें। मैं टीम के लिए बड़ा योगदान देना चाहता था। विश्व कप में मैंने अर्द्धशतक बनाए हैं लेकिन इस बार इसे शतक में पूरा करना चाहता था। मैं शुभमन गिल से कह रहा था कि अगर तुम इस स्थिति के बारे में सपना देखते हो तो तुम फिर से सो जाओ।
विराट कोहली ने कहा कि मेरे लिए एक अच्छी शुरुआत थी, पहली चार गेंदें, दो फ्री-हिट, एक छक्का और एक चौका। बस आपको शांत रहना है। पिच काफी अच्छी थी और इसने मुझे अपना खेल खेलने की इजाजत दी। बस गेंद को टाइम करना, गैप में हिट करना, जोर से दौड़ना और जब भी जरूरत हो बाउंड्री हासिल करना। इस तरह के दर्शकों के सामने खेलना विशेष अहसास है। ड्रेसिंग रूम में बहुत अच्छा माहौल है। हमें एक-दूसरे का साथ अच्छा लग रहा है। मैदान पर हर कोई इस भावना को देख सकता है।