Home SPORTS अफ़्रीकी बल्लेबाज ने मचाया बवंडर, 25 गेंद पर ठोका शतक, 23 छक्के-400 के स्ट्राइक से रन बना मचाई तबाही, VIDEO

अफ़्रीकी बल्लेबाज ने मचाया बवंडर, 25 गेंद पर ठोका शतक, 23 छक्के-400 के स्ट्राइक से रन बना मचाई तबाही, VIDEO

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अफ़्रीकी बल्लेबाज ने मचाया बवंडर, 25 गेंद पर ठोका शतक, 23 छक्के-400 के स्ट्राइक से रन बना मचाई तबाही, VIDEO

साउथ अफ्रीकी मूल के बल्लेबाज ल्यूस डु प्लॉय (Leus du Plooy) ने क्रिकेट जगत में एक नया इतिहास रच दिया है. अफ़्रीकी मूल के धाकड़ बल्लेबाज ल्यूस डु प्लॉय ने T10 यूरोपियन क्रिकेट चैंपियनशिप में 25 गेंदों में शतक ठोककर इतिहास रच दिया. दरअसल, T10 यूरोपियन क्रिकेट चैंपियनशिप टूर्नामेंट में हंगरी की ओर से खेलते हुए डु प्लॉय ने तुर्की के खिलाफ मैच के दौरान ये विश्व रिकॉर्ड कायम किया.

T10 यूरोपियन क्रिकेट चैंपियनशिप के एक मैच में डु प्लॉय ने 25 गेंद पर सबसे तेज शतक लगाया. वहीं मैच में कुल 40 गेंदों में ल्यूस डु प्लॉय (Leus du Plooy) ने 163 रन की नाबाद पारी खेली. ल्यूस डु प्लॉय (Leus du Plooy) ने अपनी पारी में 23 छ्क्के और 4 चौके लगाने में सफलता अर्जित की.

ल्यूस डु प्लॉय (Leus du Plooy) की पारी के दम पर हंगरी ने पहले खेलते हुए 10 ओवर में 1 विकेट पर 220 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया. जिसके बाद तुर्की की टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए 10 ओवर्स के खेल में 7 विकेट पर केवल 89 रन ही बना सकी. तुर्की के विरुद्ध ल्यूस डु प्लॉय (Leus du Plooy) ने 407.50 की स्ट्राइक से रन बनाकर गेंदबाजों की खूब धुनाई की है.

बता दें कि इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. ल्यूस डु प्लॉय (Leus du Plooy) के द्वारा बनाया गया यह स्कोर टी10 क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर भी है. यही नहीं टी10 क्रिकेट में ल्यूस डु प्लॉय (Leus du Plooy) के द्वारा लगाया गया शतक सबसे तेज शतक भी है.

आपको बता दें ल्यूस डु प्लॉय (Leus du Plooy) का जन्म साउथ अफ्रीका के गौतेंग, प्रिटोरिया में हंगेरियन माता-पिता के घर हुआ था. ल्यूस डु प्लॉय (Leus du Plooy) के पास हंगरी का पासपोर्ट है, जिससे ल्यूस डु प्लॉय (Leus du Plooy) टी10 में हंगरी का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला. डु प्लॉय ने रेनबो नेशन में अपना करियर शुरू किया और 2014 में फ्री स्टेट के लिए पहली बार टी20 मैच में खेलते हुए नजर आए. ल्यूस डु प्लॉय (Leus du Plooy)ने प्रथम श्रेणी और सीमित ओवरों के स्तर पर अपना दबदबा कायम रखा है.