Home SPORTS अजीत अगरकर: दोस्त की बहन से शादी, परिवार से लड़ मुस्लिम धर्म में शादी, अब बने BCCI के नये सेलेक्टर

अजीत अगरकर: दोस्त की बहन से शादी, परिवार से लड़ मुस्लिम धर्म में शादी, अब बने BCCI के नये सेलेक्टर

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अजीत अगरकर: दोस्त की बहन से शादी, परिवार से लड़ मुस्लिम धर्म में शादी, अब बने BCCI के नये सेलेक्टर

Ajit Agarkar Personal life, wife, records अजीत आगरकर : क्रिकेट की दुनिया में एक हर टीम को हमेशा एक ऐसे ऑलराउंडर की दरकार रही हैजो तेज गेंदबाजी में कमाल करने के साथ ही बल्लेबाजी में भी अपना कमाल दिखा सकेआज हम जिस भारतीय तेज गेंदबाज की बात करना जा रहे हैं इस ढांचे में परफेक्ट बैठते हैंआप समझ ही गए होंगे हम किस की बात करने जा रहे हैंजी हां, अजीत आगरकर की जिन्होंने भारतीय क्रिकेट इतिहास वनडे मैचों में अब तक का सबसे तेज अर्धशतक लगाया है.

दिसंबर 1977 को मुंबई में जन्मे अजीत आगरकर भारतीय क्रिकेट में बैटिंग के गढ़ से निकले एक ऐसे तेज गेंदबाज थेजिनकी काबिलियत ने हर किसी को प्रभावित किया लेकिन उनके प्रदर्शन में अक्सर उतारचढ़ाव हर किसी को परेशान करता रहाइसके बावजूद अजीत अगरकर ने सिर्फ 10 साल के अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में कुछ ऐसे रिकॉर्ड कायम किएजो आज भी कायम हैं.

क्या है अजीत आगरकर का वो रिकाॅर्ड

भारत की तरफ से एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय में सबसे तेज़ अर्धशतक बनाने का रिकॉर्ड अजीत अगरकर के नाम हैक्या आप चौंक गएअगरकर के नाम अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में भारत की तरफ से सबसे तेज अर्धशतक लगाने का रिकाॅर्ड हैउन्होंने 22 साल पहले यह रिकाॅर्ड कायम किया था जो आजतक नहीं टूटाअगरकर ने 14 दिसंबर 2000 को जिम्‍बाब्‍वे के खिलाफ 25 गेंदों में नाबाद 67 रनों की पारी खेली थीजिसमें 7 चाैके और 4 छक्के शामिल रहे.

उन्होंने अर्धशतक तक पहुंचने के लिए 21 गेंदों का सहारा लिया थाजो भारत की ओर से सबसे तेज अर्धशतक रहाअगरकर से पहले कपिल देव ने 1983 में 22 गेंदों में 50 रन बनाए थेखैरमाैजूदा समय में भारतीय टीम में कोहलीरोहित और केएल राहुल जैसे कई विस्फोटक खिलाड़ी हैं लेकिन वह अगरकर का यह रिकाॅर्ड अभी तोड़ नहीं पाए.

Ajit Agarkar अजीत आगरकर – Fatema Ghadially love Story

अजित अगरकर (Ajit Agarkar) की मुलाक़ात फातिमा से पहली बार 1999 में हुईइससे एक साल पहले उन्होंने अपना अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू कर लिया थाफातिमा अजित अगरकर के दोस्त की बहन थीऔर इसी कारण मुलाक़ात हुईदरअसल उनके दोस्त मैच देखने स्टेडियम जाते थे तो कभी अपनी बहन फातिमा को भी ले जाते थेअगरकर और फातिमा के बीच दोस्ती हुईफिर धीरे धीरे ये प्यार में बदल गई.

अजित अगरकर और फातिमा अब एक दूसरे को चाहने लगे थेशादी करना चाहते थे लेकिन हिन्दू अगरकर और मुस्लिम फातिमा के लिए ये उतना आसान नहीं थादोनों के धर्म अलग थेअन्य लोगों को छोड़ें तो भी खुद अगरकर और फातिमा के घरवाले इस रिश्ते से खुश नहीं थे,लेकिन अगरकर और फातिमा के प्यार पर इसका कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ादोनों ने शादी कर ली.

फरवरी 2002 को अजित अगरकर और फातिमा ने शादी की थीइसके बाद अगरकर ने अपना क्रिकेट करियर जारी रखाऔर इसमें भी उन्हें तरक्की मिलीअगरकर और फातिमा का एक बेटा हैअगरकर अपने परिवार के साथ मुंबई में रहते हैं.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर

अगरकर ने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच 1 अप्रैल 1998 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला थावह 191 मैचों में 288 विकेट ले चुके हैंजिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 42 रन देकर 6 विकेट रहावहीं टेस्ट डेब्यू 7 अक्तूबर 1998 को जिम्बाव्बे के खिलाफ कियाथाउन्होंने 26 टेस्ट खेले और 58 विकेट लिएजबकि 4 टी20 मैचों में 3 विकेट निकालेअगरकर ने 16 अक्तूबर 2013 को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लिया था.