वीरेन्द्र सहवाग Aarti Ahlawat: टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग का जन्म 20 अक्टूबर 1978 को हरियाणा के एक जाट परिवार में हुआ था। वीरेन्द्र सहवाग के पिता का नाम किशन सहवाग (Krishan Sehwag, Krishna Sehwag) जो अनाज का व्यापार करते हैं तथा वीरेन्द्र सहवाग की माता का नाम कृष्णा सहवाग है।
आपको बता दें पूर्व भारतीय कप्तान वीरेन्द्र सहवाग अपने माता-पिता के चार बच्चों में तीसरे नंबर की संतान हैं। वीरेन्द्र सहवाग से बड़ी दो बहनें मंजू और अंजू हैं जबकि उनसे छोटा एक भाई विनोद (Vinod Sehwag, Manju Sehwag, Anju Sehwag) है। टीम इंडिया के धुरंधर वीरेन्द्र सहवाग को प्यार से “वीरू” ही कहते हैं। वैसे उन्हें “नज़फ़गढ़ के नवाब” व “आधुनिक क्रिकेट के ज़ेन मास्टर” के नाम से भी जाना जाता है।
वीरेन्द्र सहवाग की शिक्षा
टीम इंडिया के पूर्व आक्रामक बल्लेबाज सहवाग ने अपनी प्राथमिक स्कूली शिक्षा कालूवास, भिवानी में माध्यमिक स्कूली शिक्षा प्राप्त की| अंत में सहवाग ने वैश्य कॉलेज, भिवानी से स्नातक की डिग्री हासिल की।
“नज़फगढ़ के नवाब”, “मुल्तान के सुल्तान”, “वीरू” और “जेन मास्टर ऑफ़ माडर्न क्रिकेट” जैसे अनेक उपनामों से नवाज़े जाने जाने वाले वीरेंद्र सहवाग ने सबसे पहले 1997-1998 मे दिल्ली क्रिकेट टीम में शामिल होकर अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वर्ष 1998 में सहवाग का सिलेक्शन डुलेप ट्राफी के लिये नॉर्थ जोन क्रिकेट टीम में हुआ|
वर्ष 1999 डेब्यू में फ्लॉप होने के पश्चात सहवाग को लगभग बीस महीने तक राष्ट्रीय टीम मे खेलने का मौका नही मिला। इसके बाद वर्ष 2001 मे वापसी करते हुए बेंगलौर मे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच खेल कर सहवाग ने 54 गेंद मे 58 रन बनाये| इस तरह से सहवाग ने अपना पहला मैन ऑफ दी मैच का पुरुस्कार हासिल किया। हालांकि 1990 में खेलते हुए एक दांत टूट जाने के कारण सहवाग के पिता ने उन्हें क्रिकेट खेलने से रोक दिया था।
वीरेन्द्र सहवाग ने टी 20 इंटरनेशनल में साऊथ अफ्रीका के खिलाफ 1 दिसम्बर 2006 में पर्दापण किया है वीरेन्द्र सहवाग शिर्फ़ 19 टी 20 इंटरनेशनल मैच खेले है जिसमे उनका शिर्फ़ 2 अर्धशतक पारी शामिल है| जरूरत से ज्यादा अपील करने के कारण सहवाग को करियर के पहले वन-डे मैच में ही बैन कर दिया था।
सहवाग की वाइफ Aarti Ahlawat दिल्ली के फेमस एडवोकेट सूरज सिंह अहलावत की बेटी हैं। सहवाग और आरती (Aarti Ahlawat) की 17 साल की दोस्ती को प्यार में बदलने में 14 साल लग गए थे। आरती (Aarti Ahlawat) की बड़ी बहन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि ये शादी (वीरेंद्र-आरती) फैमिली में हुई है।
ये लव मैरिज थी। गौरतलब है कि 14 साल की दोस्ती के बाद मई, 2002 में सहवाग ने आरती को मजाकिया लहजे में प्रपोज किया था। वहीं, आरती ने इसे असल प्रपोजल समझकर तुरंत हां कह दिया था।