भारत और बांग्लादेश के बीच वनडे सीरीज का दूसरा मैच ढाका में खेला जा रहा है। पहले बल्लेबाजी करते हुए बांग्लादेश ने भारत के सामने 272 रन का लक्ष्य रखा है। बांग्लादेश के लिए मेहदी हसन ने बेहतरीन शतक लगाया। वहीं, महमुदुल्लाह ने 77 रन की शानदार पारी खेली। इन दोनों ने सातवें विकेट के लिए 148 रन की रिकॉर्ड साझेदारी की। अंत में नसुम अहमद ने 11 गेंद में 18 रन बनाकर अपनी टीम का स्कोर 250 रन के पार पहुंचाया।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बांग्लादेश की शुरुआत अच्छी नहीं थी। एनामुल हक सिर्फ 11 रन बनाकर आउट हो गए। इस समय तक कप्तान लिटन दास अपना खाता भी नहीं खोल पाए थे। इसके बाद उन्होंने नजमुल हसन शान्तो के साथ 28 रन की साझेदारी की, लेकिन लिटन दास भी 23 गेंद में सात रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद बांग्लादेश की टीम नियमित अंतराल पर विकेट गंवाती रही। शान्तो 21, शाकिब अल हसन आठ, मुश्फिकुर रहीम 12 और अफीफ हुसैन खाता खोले बिना आउट हो गए।
19 ओवर में बांग्लादेश ने 69 रन के स्कोर पर छह विकेट गंवा दिए थे। भारतीय गेंदबाज शानदार लय में थे। सुंदर तीन विकेट ले चुके थे। सिराज ने दो और उमरान ने एक विकेट लिया था। सभी गेंदबाजों ने किफायती गेंदबाजी की थी, लेकिन इसके बाद मेहदी और महमुदुल्लाह ने मैच पलट दिया। दोनों के बीच सातवें विकेट के लिए 148 रन की साझेदारी हुई। इस जोड़ी ने पहले धीरे-धीरे बल्लेबाजी कर अर्धशतकीय साझेदारी की फिर तेजी से रन बनाए। ये दोनों बांग्लादेश का स्कोर 69 से 217 तक ले गए।
महमुदुल्लाह 96 गेंद पर 77 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन मेहदी जमे रहे। उन्होंने अंत के ओवरों में तेजी से रन बनाए और नसूम के साथ 54 रन की साझेदारी की। मैच की आखिरी गेंद पर उन्होंने अपना शतक भी पूरा किया। मेहदी ने 83 गेंद में नाबाद 100 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से आठ चौके और चार छक्के निकले। नसूम 11 गेंद में 18 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने दो चौके और एक छक्का लगाया।
मेहँदी हसन मिराज वनडे में आठवें या उससे निचले स्थान पर बल्लेबाजी करते हुए शतक जमाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। महामुदुल्लाह और मिराज के बीच हुई साझेदारी बांग्लादेश की तरफ से किसी भी विकेट के लिए भारत के खिलाफ सबसे बड़ी साझेदारी हो गई है। इससे पहले ये रिकॉर्ड मुस्फिकुर रहीम और अनामुल हक के नाम था जिन्होंने 2014 में तीसरे विकेट के लिए 133 रनों की साझेदारी की थी।