रविवार को एशिया कप के एक रोमांचक मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हरा दिया. इस मैच आखिरी ओवर तक रोमांच बना रहा. पाकिस्तान की टीम भारत के आमंत्रण पर पहले बल्लेबाजी करते हुए 19.5 ओवर में 147 रन पर ऑल आउट हो गई थी. जवाब में भारत ने 19.4 ओवर में 5 विकेट शेष रहते हुए मैच अपने नाम कर लिया. इस मैच में पाकिस्तान के 11वे नम्बर के बल्लेबाज शाहनावाज दहानी ने अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया. उन्होने अनुभवी भुवनेश्वर कुमार और अर्शदीप सिंह की गेंद पर छक्के लगाया. दहानी ने 6 गेंदों पर 16 रन की पारी खेली.
एक साल पहले मिली थी पाक टीम में जगह
दहनी पिछले साल टी20 विश्वकप के दौरान पाकिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में शामिल किए गए थे. दहानी ने पाकिस्तान सुपर लीग के 11 मैचों में 20 विकेट लिए थे. जिसका उन्हे इनाम टीम मे चयन के रूप में मिला था. उन्हें बेस्ट एमर्जिंग प्लेयर का भी अवॉर्ड दिया गया था.
गांव वाले कहते थे 3जी
पाकिस्तान की टी-20 लीग में मिली इस कामयाबी तक का दहानी का सफर आसान नहीं रहा. लरकाना डिस्ट्रिक्ट के एक छोटे से गांव खुहावर खान दहानी से आने वाले इस गेंदबाज शुरूआत काफी संघर्ष भरी रही. अपने शुरूआती दिनों में वह अपने गांव के उबड़-खाबड़ मैदान पर नंगे पैर टेप बॉल के क्रिकेट खेलते थे.
दहानी ने जियो न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि वह तेज गेंदबाजी को लेकर बहुत जुनूनी थे. उनकी गेंदबाजी स्पीड को देखकर गांव वालों ने उनका नाम 3G रख दिया था.
जूते खरीदने के नहीं थे पैसे
दहानी ने बताया कि उन्हें प्रोफेशनल क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं पता था. यह भी नहीं कि प्रोपर क्रिकेट खेलने के लिए किन-किन चीजों की जरूरर होती है. एक दिन उनके के गांव में कुछ मेहमान आए और उन्होंने उसे टेप बॉल से गेंदबाजी करते हुए देखा. इसके बाद अगले ही दिन दहानी को अंडर-19 के ट्रायल के लिए भी बुलावा आ गया.जब दहानी को ट्रायल के लिए बुलाया, तब उनके पास जूते तक नहीं थे. अपने एक दोस्त से जूते उधार लेकर वह ट्रायल के लिए गए थे, जिसके बाद उन्हें इंटर-ड्रिस्टिक्ट अंडर-19 मुकाबले खेलने का मौका मिला.
दहानी ने अब तक 8 फर्स्ट क्लास. 6 लिस्ट ए और 11 टी-20 मुकाबले खेले हैं. जिसमें उन्होंने क्रमश: 27, 5 और 20 विकेट चटकाए हैं. पाकिस्तान की नेशनल टीम में खेलना दहानी के लिए किसी सपने से कम नहीं है.