शमी के भाई कैफ और उनकी अम्मी हज के लिए रवाना हुई. एअरपोर्ट पर छोड़ने उन्हें मोहसिन खान भी आये. आपको बता दें मोहसिन खान शमी के पास संभल से हैं.मोहम्मद कैफ को बंगाल टीम में जगह नहीं मिली. हालांकि रणजी में सेमीफाइनल से बंगाल की टीम बाहर हो गयी.
उत्तर प्रदेश के अमरोहा में भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का जन्म 3 दिसंबर 1990 को हुआ था. शमी को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था. वह बचपन से तेज गेंदबाजी करते थे. साल 2005 में जब मोहम्मद शमी 15 साल के थे तब मोहम्मद शमी के पिता उनकी गेंदबाजी से प्रभावित होकर उन्हें मुरादाबाद के क्रिकेट कोच बदरुद्दीन सिद्दीकी के पास लेकर गए.
शमी के कोच भी उनकी तेज तर्रार गेंदों को देखकर हैरान रह गए थे. इसके बाद उन्होंने शमी को क्रिकेट की बारीकियां सिखाई. उत्तर प्रदेश में जन्मे शमी को अपने प्रदेश के अंडर-19 में चयन नहीं हो सका. इसके बाद उनके कोच ने उन्हें कोलकता जाने की सलाह दी.
कोच की सलाह पर वह कोलकता गए और वहां डलहौजी क्रिकेट कल्ब के लिए खेलना शुरू कर दिया. इसके बाद बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के पूर्व सहायत सचिव देवव्रत ने उन्हें गेंदबाज करते हुए देखा और उनसे बहुत प्रभावित हो गए. जिसके बाद उन्होंने शमी को मोहन बागान कल्ब भेज दिया.
You Are a Wonderful Persons and I Would Like to Wish You a Very Happy Hajj , May Allah Accept Your Duaas and May HE Be Pleased With You. May You Be Filled With Joy and Happiness…!!! Happy Hajj
#mdshami #hajjmubarak pic.twitter.com/BSgqjBfwj4— 𝕸𝖔𝖍𝖆𝖒𝖒𝖆𝖉 𝖘𝖍𝖆𝖒𝖎 (@MdShami11) June 13, 2022
मोहम्मद शमी के करियर में सौरव गांगुली का योगदान काफी अहम रहा. मोहन बागान क्लब में दादा ने ही उन्हें गेंदबाजी करते देखा और फिर शमी ने बंगाल की रणजी टीम में जगह बनाई. अपने पहले ही मैच में शमी ने असम के खिलाफ तीन विकेट झटके. इसके बाद सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने असम के खिलाफ 4 ओवर गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट हासिल किए.