दिलीप सिंह राणा उर्फ़ खली ने ने WWE में एक ख़ास पहचान बनाई है| द ग्रेट खली का जन्म 27 अगस्त 1972 को भारत के हिमाचल प्रदेश मे हुआ था। द ग्रेट खली का असली नाम दिलीप सिंह राणा है। द ग्रेट खली पहले भारतीय रैसलर है जिन्होंने WWE वर्ल्ड हैवीवेड चैंपियनशिप जीती है। द ग्रेट खली ने अपने करियर की शुरुआत अंडरटेकर और मार्क हेनरी के बीच चल रहे मैच के दौरान की थी और अंडरटेकर पर हमला कर उनको रिंग में चित्त कर दिया था।
उसके बाद जजमेंट डे पे पर व्यू मे अंडरटेकर को हरा कर खली ने सबको चौंका दिया था। द ग्रेट खली ने अंडरटेकर के अलावा जॉन सीना, केन, बटिस्टा, शॉन माइकल, मार्क हेनरी और बिग शो समेत कई अन्य सुपरस्टार को WWE के रिंग में हरा चुके हैं। आज के इस लेख में हम आपको द ग्रेट खली के बारे मे कुछ रोचक बाते बताने जा रहे हैं| आइये जानते हैं खली के बारे में-
1. कई लोगो को लगता है कि खली का जन्म पंजाब मे हुआ है लेकिन उनका जन्म हिमाचल प्रदेश मे हुआ है।
2. रैसलिंग करने से पहले वो पंजाब पुलिस और सिक्युरिटी गार्ड की नौकरी कर चुके है।
3. द ग्रेट खली टी.वी रियलिटी शो बिग बॉस के रनअप रह चुके है ।
4. खली ने रियलिटी शो के अलावा कुछ हॉलीवुड और बॉलीवुड की फिल्मो मे भी काम किया है।
5. WWE मे आने से पहले वो जाॅयट सिंह के नाम से रेसलिंग कर चुके है।
6. खली धार्मिक इंसान है और वो माँ काली के भक्त है।
7. द ग्रेट खली ने अपने करियर की शुरुआत में ब्रायन ऑंग नाम के रेसलर से रेसलिंग की और 28 मई 2001 को हुए एक मैच में द ग्रेट खली के एक मुक्के से ब्रायन ओंग की मौत हो गई इसके बाद रेसलिंग कंपनी को ब्रायन ओंग के परिवार को 1.3 मिलियन डॉलर का मुआवजा देना पड़ा।
News Source- https://sports.punjabkesari.in/sports/news/the-great-khali-wrestling-brian-ong-1166552
8. द ग्रेट खली अपने कॉलेज के दिनों में अपने बड़े शरीर की वजह से बहुत परेशान रहते थे और वह इस कारण किसी लड़की के सामने भी नहीं जाते थे अगर वह किसी लड़की के सामने जाते थे तो उन्हें बहुत शर्म आती थी।
9. द ग्रेट खली का शरीर उनके खाने पीने की वजह से ऐसा नहीं है बल्कि उन्हें बचपन से ही एग्रोमेग्नी नाम की बीमारी है और इस बीमारी के कारण ही द ग्रेट खली का शरीर इतना बड़ा दिखाई देता है और इसी के कारण उनके चेहरे की बनावट भी ठीक नहीं है।
10. द ग्रेट खली रेसलिंग इंडस्ट्री में पैसे कमाने के बाद अमीर हो गए लेकिन वह अपने पुराने दिन नहीं भूले और उन्होंने अपने गांव के विकास के लिए बहुत सारे पैसे गांव में दान किए।