इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में कमाल का प्रदर्शन कर शमी ने भारतीय टीम को जीत दिलाई.
गेंद और बल्ले से शमी ने काबिलेतारीफ प्रदर्शन किया. मुश्किल हालातों में शमी ने परिपक्वता दिखाते हुए शानदार अर्द्धशतक जड़ा. शमी ने गेंद से भी इंग्लिश बल्लेबाजों को खुलने का मौका नहीं दिया. कुल मिलाकर शमी ने दिखा दिया कि वह टीम के एक अनुभवी खिलाड़ी हैं.
हालांकि शमी को कुछ समय पहले गंभार और विपरीत परिस्थितियों से दो-चार होना पड़ा था. भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा है कि जब वह 2015 विश्व कप के बाद चोट से वापसी कर रहे थे. तब उन्होंने तीन बार खुदकुशी करने के बारे में सोचा था.
शमी ने इंस्टाग्राम पर रोहित शर्मा के साथ बात करते हुए बताया कि 2015 विश्व कप के बाद अपनी चोट से वापसी करते हुए और निजी जीवन की परेशानियों के बीच उन्हें अपनी एकाग्रता बनाए रखने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ रहा था. शमी ने कहा कि मैं 2015 विश्व कप में चोटिल हो गया था.
ये सब चल रहा था और इसी बीच आईपीएल से 10-12 दिन पहले मेरा एक्सीडेंट हो गया था. मीडिया में काफी कुछ चल रहा था मेरे निजी मुद्दों को लेकर और लोग तरह-तरह की बातें कर रहे थे. शमी ने अपनी वापसी के पीछे परिवार द्वारा मिले समर्थन को वजह बताया है.
मोहम्मद शमी ने कहा कि मुझे लगता है कि अगर मुझे मेरे परिवार का साथ नहीं मिलता तो मैं क्रिकेट छोड़ देता. मैंने तीन बार खुदकुशी करने के बारे में सोचा था. मेरे परिवार में से किसी एक को मेरे पर नजर रखने के लिए मेरे पास बैठना होता था. मेरा घर 24वें माले पर था और उन्हें लगता था कि मैं कहीं अपार्टमेंट से कूद न जाऊं.