भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कई ऐसे खिलाड़ी हुये हैं.
जिन्होंने क्रिकेट के मैदान के साथ असल जिंदगी में भी ऐसे कारनामे किये है जिन्हें लोग आज भी याद करते हैं. जनाब हम बात कर रहे उन बहादुर क्रिकेटर्स की जिन्होंने मजहब से ऊपर उठ कर मोहब्बत को गले लगाया. उन्होंने धर्म और जाति से हट कर अपने लिये जीवनसाथी चुना.
मनोज प्रभाकर
पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज प्रभाकर का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है. प्रभाकर ने टीम इंडिया के लिए 39 टेस्ट और 130 वनडे मैंचो में क्रमस 1600 और 6360 रन बनाए हैं. इसके अलावा 96 और 106 विकेट हासिल किए हैं.
प्रभाकर ने पहली शादी संध्या से की थी. हांलकी ये शादी ज्यादा लम्बी न चल सकी. इसके बाद उन्होने फिल्म अभिनेत्री फरहीन से शादी की. पेशे से अभिनेत्री रह चुकी फरहीन ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत तमिल और कन्नड़ फिल्मों से की थी. बाद में वह मुंबई आ गईं. उन्होने कुछ हिंदी फिल्मों में भी काम किया. प्रभाकर से शादी कर करने के बाद उन्होंने बॉलीवुड का दामन छोड़ दिया.
अजित अगरकर
पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजीत अगरकर 1998 से 2007 तक भारतीय टीम का हिस्सा रहे.
उनके नाम वनडे में 288 और टेस्ट में 58 विकेट दर्ज हैं. अगरकर ने 2007 में एक मुस्लिम लड़की फातिमा से फरवरी 2002 में शादी की थी. फातिमा उनके कोच की बेटी हैं. महाराष्ट्र ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखने वाले अगरकर ने मुस्लिम लड़की से शादी कर इतिहास लिखा था.
शिवम दुबे
ऑलरांउडर शिवम दुबे ने बीते शुक्रवार को धर्म-मज़हब की दीवार को तोड़कर गर्लफ्रैंड अंजुम खान को अपना हमसफर चुन लिया. उन्होने यह शादी मुस्लिम रीति-रिवाज से की. उन्होंने ट्विटर पर अपनी शादी की तस्वीरें शेयर की हैं. उन्होंने कैप्शन में लिखा, ‘हमने प्यार से प्यार किया जो मोहब्बत से ज्यादा था. और अब हमारी हमेशा की जिंदगी शुरू होती है.
विनित वेंगेसकर
पूर्व क्रिकेटर दिलीप वेंगेसकर के बेटे विनित वेंगेसकर ने टीवी एंकर आयशा फरीदी से शादी की है.