आज हम इस आर्टिकल में आप लोगों को बताने वाले हैं कि मैदान के बाहर क्रिकेटर्स की अपनी निजी जिंदगी होती है. जहां वह समाज और धर्म से जुड़े रीति-रिवाजों को बखूबी निभाता है. क्रिकेट जगत में कई ऐसे क्रिकेटर देखने को मिले हैं. जो पढ़ाई के मामले में अव्वल रहे. लेकिन मित्रो हम आप लोगों को बताने वाले विश्व के कुछ ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जो हा,फिज ए कुरान हैं. इस्लाम धर्म में पवित्र कुरान को कठस्थ करने वाले को हाफिज ए कुरान कहा जाता है. तो आइए मित्रो जान लेते हैं.
1.सरफराज अहमद
पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के बेहतरीन क्रिकेटर सरफराज अहमद ने सिर्फ 10 वर्ष की उम्र में कुरान हिफ्ज किया था. वह कराची के एक यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी कर चुके. सरफराज अहमद पा,किस्तानी क्रिकेट टीम को रमजान के महीने में रात को तरावीह की नमाज भी पढ़ाते हैं.
2.सईद अजमल
पाकिस्तानी टीम के ही दिग्गज ऑफ स्पिनर क्रिकेटर के मैदान के बाहर अक्सर मजहबी कार्यों में अपना जीवन व्यतीत करते हैं. सईद अजमल ने क्रिकेट खिलाड़ी बनने से पहले हा,फिज ए कुरान बन गए थे.
3.मोहम्मद हफीजइस लिस्ट में तीसरा नाम पाकिस्तानी टीम के मोहम्मद हफीज का आता है. फैसलाबाद में जन्मे हफीज को पा,किस्तानी टीम में प्रोफेसर का नाम से भी कहा जाता है. वह कुरान हिफ्ज़ कर चुके हैं. वह कई बार टीम में नमाज़ पढ़ाते हुए भी नजर आए हैं.
4.शाद नईम
इस लिस्ट में चौथा नाम पा,किस्तान सुपर लीग के क्रिकेटर शाद नईम का है. नईम क्रिकेट खिलाड़ी होने के साथ-साथ हा,फिज ए कु,रान भी है. वह पीसीएल में इस्लामाबाद के लिए खेलते हैं.
5.नवाज़ राथर
कश्मीर मूल के इंडियन क्रिकेटर नवाज राथर जम्मू व कश्मीर की टीम के लिए रणजी मैच खेलते हैं. वह बतौर विकेटकीपर टीम में शामिल है. नवाज राथर ने कम उम्र में ही कु,रान हिफ्ज़ कर लिया था.
6.इंजमाम उल हक
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी इंजमाम उल हक लगभग 12 वर्ष पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके हैं. अब वह अधिकतर समय तबलीगी जमात में गुजारते हैं. इंजमाम हाफिज़ ए कुरान हैं. जिसके चलते उन्हे मौ,लाना इंजमाम उल भी कहा जाने लगा है.
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