पाकिस्तान ने असंभव को संभव कर दिखाने वाले अंदाज में 172 ओवर बैटिंग कर मैच बचा लिया है. ऑस्ट्रेलिया ने मेजबान पाकिस्तान को जीत के लिए 506 रन का लक्ष्य दिया था. यह ऐसा लक्ष्य था, जो 145 साल के क्रिकेट इतिहास में कोई टीम हासिल नहीं कर सकी थी. उम्मीद की जा रही थी कि ऑस्ट्रेलिया यह मैच जीत लेगा. ऑस्ट्रेलिया के पास पाकिस्तान को आउट करने के लिए 172 ओवर भी थे. लेकिन पाकिस्तान की दिलेर बैटिंग ने ऑस्ट्रेलिया के मुंह से तकरीबन तय जीत छीन ली. पाकिस्तान यह मैच जीत नहीं सका. उसने इसे ड्रॉ कराया. लेकिन किसी भी टीम के प्रशंसकों के लिए ऐसे ड्रॉ किसी जीत से कम नहीं हैं.
पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने इस पहाड़काय लक्ष्य से मुकाबला करने के लिए टीम का नेतृत्व किया. उन्होंने 196 रन की बेमिसाल पारी खेली. बाबर ने ओपनर अब्दुल्लाह शफीक के साथ 208 रन की साझेदारी कर साथियों को यह हौसला दिया कि मैच ड्रॉ कराया जा सकता है. इसके बाद पाकिस्तान के स्टार विकेटकीपर विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान ने शतक लगाकर टीम को सुरक्षित मुकाम तक पहुंचाया. रिजवान ने 177 गेंदो पर नाबाद 104 रन बनाए.
टूटे कई सारे रिकॉर्ड
बाबर आज़म ने 196 रनों की मैराथन पारी खेली. पाकिस्तान के लिए किसी टेस्ट मैच की चौथी पारी में ये सबसे बड़ा स्कोर है. इससे पहले यह रिकॉर्ड युनूस खान के नाम था, जिन्होंने श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 171 रनों की पारी खेली थी.
बाबर आजम अपने दोहरे शतक से सिर्फ चार रन से चूक गए. अगर ये चार रन बन जाते तो बाबर आजम किसी भी टेस्ट की चौथी पारी में दोहरा शतक जड़ने वाले दुनिया के सातवें खिलाड़ी होते. अभी तक कोई भी पाकिस्तानी ऐसा कारनामा नहीं कर पाया है.
बाबर आज़म 70 साल के इतिहास में ऐसे पहले कप्तान बन गए हैं जिन्होने टेस्ट, वनडे और टी20 तीनों प्रारूपों में शतक बनाया है.
बाबर आज़म टेस्ट क्रिकेट के 145 साल के इतिहास में चौथी पारी में सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले कप्तान बन गए हैं. इससे पहले यह रिकॉर्ड इंग्लैंड के मिशेल एथर्टेन (185) के नाम था. जिन्होने 1995 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ यह स्कोर बनाया था.
भारतीय टीम का चौथी पारी में सबसे अधिक स्कोर 445 रन है. भारतीय टीम ने यह स्कोर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1978 में बनाया था. ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड में खेले गए इस मैच में भारत को जीत के लिए 493 रन का लक्ष्य दिया था. भारत ने लक्ष्य का पीछा करते हुए एक समय 6 विकेट पर 415 रन बना लिए थे. तब लग रहा था कि या तो भारत यह मैच जीत लेगा या ड्रॉ करा लेगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. ऑस्ट्रेलिया ने भारत के आखिरी 4 विकेट जल्दी-जल्दी झटककर मैच अपने नाम कर लिया.