इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम में स्टैण्डबाई खिलाड़ी के तौर पर गुजरात के 23 वर्षीय गेंदबाज अर्जन नागवासवाला को शामिल किया गया है. अर्जन टींम इंडिया का हिस्सा बनने वाल दूसरे पारसी खिलाड़ी होंगे. उनसे पहले 1975 में फारूख इंजिनियर टीम इंडिया का हिस्सा बने थे.
गुजरात के अर्जन नागवासवाला को इंग्लैंड दौरे पर जाने वाली टीम इंडिया के दल में शामिल किया गया है। वे स्टैंडबाई खिलाड़ी के तौर पर वहां जाएंगे। उनसे पहले टीम इंडिया की फ्लाइट पकड़ने वाले पिछले पारसी पुरुष खिलाड़ी फारुख इंजीनियर थे। इंजीनियर ने 1975 में अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेला था।बाएं हाथ के अर्जन ने 2019-20 रणजी ट्रॉफी में 18.36 की औसत से 8 मैचों में 41 विकेट लिए थे। अर्जन हाथ के बल्लेबाजों के लिए ख,तरनाक इनस्विंगर फेंकते हैं।
उनकी यॉर्कर गेंदें स्टंप को उड़ा देती है और बाउंसर पर बल्लेबाज डरते हुए दिखाई दिए हैं। अर्जन की गेंदबाजी में लोगों को भारत के महान तेज गेंदबाज जहीर खान की झलक दिखती है। मुंबई इंडियंस के नेट पर अर्जन ने जहीर से मुलाकात की थी। इस बारे में उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘‘वे (जहीर) मेरे पास आए और कहा कि तुम मेरी तरह गेंदबाजी करते हो। यह दौरा (इंग्लैंड) सीखने के लिए मेरे लिए काफी अच्छा होगा। मैं उसकी तैयारी कर रहा हूं।
23 साल का यह तेज गेंदबाज गुजरात के उमरगांव के सीमावर्ती शहर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित नर्गल गांव का रहने वाला है। अर्जन अपने घर में सबसे छोटे हैं। अर्जन पारसी समुदाय से आने पर खुश और गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह निश्चित रूप से हमारे समुदाय के लिए गर्व का क्षण होगा। जब से मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया तब से मैं हमेशा क्रिकेटर बनना चाहता था। मुझे पता है कि मेरे समुदाय की विरासत क्या रही है। मैं उसी को आगे ले जाने की कोशिश करूंगा।