Home SPORTS ‘क्रिकेट छोड़ो और बाप के साथ ऑटो चलाओ’, खराब प्रदर्शन पर सिराज की हुई थी आलोचना, धोनी की सलाह ने बदल दी जिंदगी

‘क्रिकेट छोड़ो और बाप के साथ ऑटो चलाओ’, खराब प्रदर्शन पर सिराज की हुई थी आलोचना, धोनी की सलाह ने बदल दी जिंदगी

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‘क्रिकेट छोड़ो और बाप के साथ ऑटो चलाओ’, खराब प्रदर्शन पर सिराज की हुई थी आलोचना, धोनी की सलाह ने बदल दी जिंदगी

मोहम्मद सिराज ने कहा कि 2019 में आईपीएल के खराब सीजन के दौरान उन्हें क्रिकेट छोड़ने और पिता के साथ ऑटो चलाने के लिए कहा गया था. लेकिन टीम के पूर्व कप्तान एसएस धोनी की हौसला अफजाई ने उनके करियर को ब्रेक लगने से बचा लिया.

सिराज ने उस दौरान 9 मैचों में लगभग 10 की इकॉनोमी से रन दिए और सिर्फ 7 विकेट लिए थे. उनके खराब प्रदर्शन का खामियाजा उनकी टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को भी उठाना पड़ा था. उस आईपीएल में टीम अपने शुरुआती 6 मैचों में एक में भी जीत दर्ज करने में नाकाम रही थी. इतना ही नहीं टीम प्वाइंट टेबल में सबसे निचले स्थान पर थी. आईपीएल 2022 के लिए टीम ने उन्हें रिटेन किया है.

मोहम्मद सिराज ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 2.2 ओवर में 5 छक्कों के साथ 36 रन लुटाए. उन्होंने आरसीबी पॉडकास्ट से कहा, ‘जब मैंने केकेआर के खिलाफ 2 बीमर गेंद डाली तो लोगों ने कहा क्रिकेट छोड़ो. वापस जाओ और अपने पिता के साथ ऑटो चलाओ.’ उन्होंने कहा, ‘इस तरह की ढेर सारी प्रतिक्रियाएं आईं. लोग इन सबके पीछे के संघर्ष को नहीं देखते. लेकिन मुझे याद है कि जब मैं पहली बार (नेशनल टीम के लिए) चुना गया था, तो कैसे माही भाई (धोनी) ने कहा था कि लोग मेरे बारे में जो कुछ भी कह रहे है, उसे नजरअंदाज करना चाहिए.’

उन्होंने कहा, ‘धोनी ने मुझे समझाया था. आप आज अच्छा करते हैं तो वे आपकी प्रशंसा करेंगे. जब बेहतर नहीं करेंगे तो लोग आपके लिए बुरे शब्दों का इस्तेमाल करेंगे. इसलिए इसे कभी भी ऐसी प्रतिक्रिया को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए.’ उन्होने कहा कि वही लोग जिन्होंने मुझे बार-बार ट्रोल किया और फिर बाद में कह रहे थे कि तुम सबसे अच्छे गेंदबाज हो भाई. तो मुझे किसी की प्रतिक्रिया से अब ज्यादा फर्क नहीं पड़ता. मैं आज भी वही सिराज हूं, जो उस समय था.

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर किया शानदार डेब्यू
इस 27 वर्षीय गेंदबाज ने तब से एक लंबा सफर तय किया है और आरसीबी द्वारा रिटेन किए गए 3 खिलाड़ियों में से एक है. आईपीएल 2020 में प्रभावशाली प्रदर्शन के दम पर उन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम इंडिया में जगह बनाई. डेब्यू के बाद ऐतिहासिक गाबा टेस्ट में शानदार 5 विकेट लेकर टीम में अपनी जगह पक्की की. इस दौरे के शुरू होने के बाद उनके पिता का निधन हो गया था, लेकिन कोविड-19 के दौरान क्वारेंटाइन और बायो-बबल के कारण उन्होंने स्वदेश लौटने की जगह टीम के साथ बने रहने का फैसला किया.

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