महेंद्र सिंह धोनी… एक ऐसा नाम जिसने वर्ल्ड क्रिकेट में एक ऐसा मुकाम हासिल किया है जिसके बाद हर क्रिकेट खिलाड़ी, फैन और एक्सपर्ट उन्हें सलाम करता है. धोनी से हर कोई सीखना चाहता है, उनके साथ खेलना चाहता है क्योंकि उनकी हर बात किसी गुरुज्ञान की तरह होती है जिसपर अमल कर अकसर क्रिकेटरों का करियर बदल जाता है. धोनी को उनके कूल अंदाज के लिए जाना जाता है लेकिन इसके बावजूद उन्हें बीच मैच में गालियां सुननी पड़ी हैं. वो भी अपने सीनियर खिलाड़ी से जिसने अपनी हदें पार कर धोनी को ऐसी बातें कही जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया.
आखिर ऐसा क्या हुआ था कि धोनी को बीच मैदान पर उनका ही खिलाड़ी गंदी-गंदी गालियां देने लगा? क्यों धोनी का साथी खिलाड़ी उनपर बौखला गया? धोनी के साथ ये घटना हुई थी साल 2005 में जब उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम ही रखा था. धोनी को गालियां दी थी आशीष नेहरा ने जो उस वक्त काफी सीनियर खिलाड़ी थे.
महेंद्र सिंह धोनी को साल 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ अहमदाबाद वनडे में गालियां पड़ी थी. दरअसल पाकिस्तानी पारी के चौथे ओवर में आशीष नेहरा ने बेहतरीन गेंद फेंकी जिसपर शाहिद अफरीदी का कैच विकेटकीपर धोनी और स्लिप में खड़े राहुल द्रविड़ के बीच गया. दोनों में से कोई खिलाड़ी गेंद नहीं लपक सका जिसके बाद आशीष नेहरा बौखला गए. नेहरा ने पहले धोनी को गंदी गालियां दी और उसके बाद उन्हें कैच नहीं पकड़ने पर फटकार भी लगा दी. नेहरा की हर एक बात स्टंप्स माइक में कैद हो गई. हालांकि धोनी ने एक जूनियर खिलाड़ी के तौर पर नेहरा को कोई जवाब नहीं दिया. इसलिए ये मामला आगे नहीं बढ़ा.
बता दें शाहिद अफरीदी का कैच छूटना टीम इंडिया को महंगा पड़ा. अफरीदी का कैच 10 रन के निजी स्कोर पर छूटा था और उन्होंने 23 गेंदों पर 40 रन बनाए. पाकिस्तान ने 316 रनों का विशाल लक्ष्य आखिरी गेंद पर हासिल कर लिया. आशीष नेहरा की बात करें तो उन्होंने 9 ओवर में 75 रन लुटाए और उनके खाते में एक भी विकेट नहीं आया. आशीष नेहरा ने इस घटना का जिक्र एक इंटरव्यू में भी किया और उन्होंने कहा कि वो अपने उस बर्ताव के लिए आज भी शर्मिंदा हैं. नेहरा ने कहा कि मैच के बाद धोनी उनसे नाराज नहीं थे लेकिन इस तरह की हरकत नाकाबिले बर्दाश्त है.