२०२३ क्रिकेट विश्व कप: भारत में होने वाले आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप में नीदरलैंड्स और श्रीलंका की टीम ने जगह पक्की कर ली. आपको बता दें 5वां मौका होगा जब डच टीम आईसीसी के इस मेगा टूर्नामेंट में खेलने उतरेगी.
बास डलीडे के पिता Tim de Leede ने साल 1996 में टीम के लिए ऐसा ही कमाल प्रदर्शन किया था. Tim de Leede के दम पर वह पहली बार वर्ल्ड कप में पहुंचने में कामयाब हुई थी. Tim de Leede के बेटे डी लीड ने फिर पिता की तरह कमाल करते हुए टीम को वर्ल्डकप में एंट्री दिलाई.
सुपर सिक्स में डी लीड ने स्कॉटिश बल्लेबाजों पर अंकुश लगाते हुए 10 ओवर में पांच खिलाड़ियों को आउट किया. लक्ष्य का पीछा करते हुए नीदरलैंड्स की बैटिंग के दौरान भी बैस डी लीडे ने अपना शानदार फॉर्म दिखाया. डी लीड ने महज 92 गेंदों में सात चौके और पांच छक्के लगाते हुए 127 रन कूट दिए.
आगाम वर्ल्ड कप में भारत एक मैच नीदरलैंड के खिलाफ खेलेगा. नीदरलैंड का भले ही रिकॉर्ड अच्छा नहीं हो लेकिन भारत को उसे हल्के में नही लेना चाहिए. क्योंकि 19 साल पहले भी नीदरलैंड टीम ने ऐसा किया था कि टीम इंडिया हार के मुंह से बाल-बाल वापस आई थी.
दरअसल 2003 के वर्ल्ड कप में भारत का नीदरलैंड से मुकाबला (7th Match, Paarl, February 12, 2003, ICC World Cup) था. इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम में सौरव गांगुली, युवराज सिंह राहुल द्रविड जैसे बल्लेबाज मौजूद थे. धाकड़ बल्लेबाजों की मौजूदगी में टीम ने नीदरलैड को हल्के में लेने की गलती कर दी.
मैच में भारतीय टीम टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी. सभी की उमीदों के विपरीत नीदरलैंड की टीम के गेंदबाजों ने सभी को हैरान कर दिया. नीदरलैंड की टीम ने शुरूआती ओवरों में ही सौरव गांगुली, राहुल द्रविड और वीरेंद्र सहवाग को आउट कर दिया. कमजोर टीम के विरुद्ध धुरंधरों से सजी टीम इंडिया एकदम संकट में आ गई.
हालांकि सचिन तेंदुलकर ने एक छोर संभाले रखा और 52 रन की पारी खेली. वहीं उनका विकेट गिरने के बाद दिनेश मोंगिया ने 42 और युवराज सिंह ने 37 रन बनाकर किसी तरह टीम इंडिया का स्कोर 200 रनों के पार पहुंचा दिया. नीदरलैंड जैसी दोयम दर्जे की टीम के विरुद्ध टीम इंडिया महान बल्लेबाजों के होते हुए 50 ओवर भी नहीं खेल पाई और ऑलआउट हो गई.
नीदरलैंड के सामने आल आउट होना टीम इंडिया के लिए बेहद शर्मनाक था और इसके बाद टीम इंडिया की कड़ी आलोचना हुई थी. Tim de Leede ने 4 विकेट लेकर टीम इंडिया की हालत खराब कर दी. वर्ल्डकप में इनके स्पैल का मुख्य आकर्षण सचिन तेंदुलकर का बेशकीमती विकेट हासिल करना था
205 रनों के छोटे से स्कोर का पीछा करने उतरी नीदरलैंड की टीम की शुरूआत शानदार रही. हालांकि बाद में स्पिनर अनिल कुंबले और श्रीनाथ ने बढ़िया गेंदबाजी करके नीदरलैंड को 126 रनों पर ही ऑलआउट कर दिया. आख़िरकार टीम इंडिया गेंदबाजों के दम पर किसी तरह से मैच 68 रनों से जीतने में सफल रही. श्रीनाथ और कुंबले ने 04-04 विकेट अर्जित किये थे.