विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच में चौथे दिन अपनी दूसरी पारी को आठ विकेट पर 270 रन बनाकर घोषित. पहली पारी में मिली 173 रन की बढ़त के चलते टीम इंडिया को जीत के लिए 444 रन का लक्ष्य मिला. अगर टीम इंडिया इस लक्ष्य को हासिल करती है तो यह टेस्ट क्रिकेट के 146 सालों में सबसे बड़ा रन चेज होगा. आज तक कोई टीम टेस्ट में इतना बड़ा लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई है. इससे पहले इसी साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वेस्टइंडीज ने 418 रन बनाकर मैच जीता था.
ऑस्ट्रेलिया ने दिन की शुरुआत चार विकेट पर 123 रन करने के बाद चौथे दिन लंच के एक घंटे बाद पारी घोषित करने से पहले 147 रन जोड़े. एलेक्स कैरी ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष स्कोरर रहे, उन्होंने नाबाद 66 रन की पारी खेली. भारत के लिए रविंद्र जडेजा ने तीन जबकि मोहम्मद शमी और उमेश यादव ने दो-दो विकेट लिए.
सबसे सफल रन चेज (टेस्ट में)
418 | वेस्टइंडीज vs ऑस्ट्रेलिया | 2023 |
414 | साउथ अफ्रीका vs ऑस्ट्रेलिया | 2008 |
406 | भारत vs वेस्टइंडीज | 1976 |
चौथी पारी में सबसे ज्यादा स्कोर
(भारत के लिए- 2018 से टेस्ट)
345 | vs इंग्लैंड | ओवल, 2018 |
334/5 | vs ऑस्ट्रेलिया | सिडनी, 2011 |
329/7 | vs ऑस्ट्रेलिया | ब्रिसबेन, 2011 |
भारत के सामने 444 रन का बड़ा लक्ष्य है, जिसे हासिल करने के लिए उसके पास 4 से ज्यादा सेशन का वक्त है. ये हालांकि इतना आसान नहीं होने वाला क्योंकि आज तक टेस्ट क्रिकेट में ऐसा नहीं हुआ है. यानी भारत को जीत दर्ज करने के लिए रिकॉर्ड बनाना होगा. टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा सफल रन चेज का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम है, जो उसने 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही 418 रन बनाकर हासिल किया था.
भारतीय टीम ने 1976 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 406 रन बनाए थे, जो उसका सबसे बड़ा सफल रन चेज है. वैसे परेशानी सिर्फ यही नहीं है. ओवल के मैदान पर कभी 300 से ज्यादा का लक्ष्य भी चेज नहीं हुआ है. इस मैदान पर रिकॉर्ड 263 रन का है, जो 121 साल पहले यानी 1902 में बना था. तब इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाफ ये कमाल किया था.