भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली ने टी20 और आईपीएल से कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया है.
कोहली टी20 विश्वकप के बाद टी20 प्रारूप से भारतीय टीम की कप्तानी छोड़ देंगे. वहीं आईपीएल 2021 के बाद वह आरसीबी की कप्तानी से भी इस्तीफा दे देंगे. कोहली जितने शानदार बल्लेबाज हैं उतने अच्छे कप्तान साबित नहीं हो पाए. कोहली न तो टीम इंडिया को कोई आईसीसी इवेंट जीता पाए हैं न ही आरसीबी को आईपीएल खिताब जीता सके.
विराट कोहली ने आईपीएल में अब तक 132 मैच में कप्तानी की है. इनमें से 60 मुकाबलों में आरसीबी को जीत मिली, 65 मैच में टीम को हार झेलनी पड़ी है. 3 मुकाबले टाई रहे और बाकी 4 का रिजल्ट नहीं आया.
सिर्फ कोहली ही नहीं बल्कि इतिहास में कई ऐसे महान बल्लेबाजों के नाम आते हैं. जो एक शानदार बल्लेबाज तो रहे लेकिन कप्तानी में कोई खास कमाल नहीं कर सके. कुछ ऐसे महान खिलाड़ी भी रहे हैं जो कप्तान के तौर पर पूरी तरह से फिसड्डी साबित हुए.
विश्व क्रिकेट में कई ऐसे महान खिलाड़ी हैं जो कप्तानी में बिल्कुल भी सफल साबित नहीं हो सके और टीम की अगुवायी करते हुए खराब रिकॉर्ड को अपने करियर के साथ जोड़ा. तो चलिए जानते हैं उन खिलाड़ियों के बारे में जो अच्छे जितने अच्छे बल्लेबाज रहे उतने ही खराब कप्तान.
1-ब्रायन लारा(वेस्टइंडीज)
विश्व क्रिकेट में महान बल्लेबाजों की बात होती है तो वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा का नाम बड़े अदब से लिया जाता है. वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रहे ब्रायन लारा क्रिकेट इतिहास के सबसे बेहतरीन टेस्ट बल्लेबाज साबित हुए.
ब्रायन लारा के नाम क्रिकेट इतिहास के कई बड़े रिकॉर्ड हैं. जो उन्हें सर्वश्रेष्ठ बनाता है. जिसमें टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर भी लारा के नाम ही है जब उन्होंने 400 रन बनाए थे.
बल्लेबाजी में खास नाम करने वाले ब्रायन लारा कप्तानी में पूरी तरह से फिसड्डी साबित हुए हैं। ब्रायन लारा को वेस्टइंडीज के लिए 125 वनडे मैचों में 50 प्रतिशत ही सफलता हासिल कर चुके हैं तो वहीं टेस्ट क्रिकेट में 47 मैचों में केवल 10 जीते हैं तो 26 मैच हारे हैं।
2- एलिस्टर कुक(इंग्लैंड)
इंग्लैंड क्रिकेट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक एलिस्टर कुक ने अपने पूरे करियर में जबरदस्त सफलता हासिल की है. एलिस्टर कुक टेस्ट क्रिकेट इतिहास में इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे हैं.
एलिस्टर कुक ने टेस्ट क्रिकेट में अपने पूरे करियर के दौरान 12742 रन बनाए जिसमें उनके 33 शतक भी शुमार रहे. कुक टेस्ट फॉर्मेट के बहुत ही बेजोड़ बल्लेबाज रहे.
लेकिन बात जब कप्तानी की आती तो यहां कुक पूरी तरह से नाकाम साबित हुए. एलिस्टर कुक ने इंग्लैंड के लिए 59 टेस्ट मैचों में कप्तानी की जिसमें वो 22 टेस्ट हारे हैं तो 13 मैच ड्रॉ रहे. तो वहीं कुक ने 69 वनडे मैचों में इंग्लैंड की कमान संभाली जहां 30 मैचों में ही जीत हासिल हो सकी.
3- सचिन तेंदुलकर(भारत)
विश्व क्रिकेट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाज और क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर कितना बड़ा नाम रहा है ये किसी को बताने की जरूरत नहीं है. भारत के मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर बल्लेबाजी के लीजेंड रहे हैं.
सचिन तेंदुलकर ने अपने क्रिकेट करियर में रिकॉर्ड का एक एवरेस्ट खड़ा किया है जिनके नाम वनडे और टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने का भी रिकॉर्ड शामिल है। ऐसे में सचिन तेंदुलकर को महानता का पर्याय माना जा सकता है।
बल्लेबाजी में लगभग तमाम रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले सचिन तेंदुलकर लीडरशीप में बहुत ही पीछे रहे. सचिन तेंदुलकर ने भले ही टीम के खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का काम किया लेकिन कप्तानी में वो पूरी तरह से नाकामयाब रहे. उन्होंने भारत के लिए 25 टेस्ट मैच में कप्तानी की जहां केवल 4 मैच ही जीत सके तो वहीं 73 वनडे मैचों में 23 मैच में ही जीत दर्ज कर सके.
4- क्रिस गेल( वेस्टइंडीज)
टी20 क्रिकेट इतिहास के यूनिवर्सल बॉस कहे जाने वाले वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल बिना किसी शक सवाल के वेस्टइंडीज क्रिकेट इतिहास के महान खिलाड़ी हैं.
क्रिस गेल ने ना केवल टी20 क्रिकेट इतिहास में बल्कि वनडे और टेस्ट फॉर्मेट में भी कई कारनामें किए हैं. क्रिस गेल के नाम टेस्ट क्रिकेट में 2 तिहरे शतक के साथ ही वनडे में 1 दोहरा शतक का रिकॉर्ड कायम किया है.
जिस तरह से गेल का नाम बल्लेबाजी में बहुत बड़ा रहा है तो वहीं कप्तानी में गेल पूरी तरह से फेल रहे हैं. क्रिस गेल को वेस्टइंडीज के लिए 53 मैचों में कप्तानी करने का अवसर मिला जहां उन्होंने केवल 17 मैचों में ही जीत हासिल की तो 30 मैच गंवाएं.
5- राहुल द्रविड़(भारत)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ को भले ही सचिन तेंदुलकर या सौरव गांगुली जैसी हाइप ना मिली हो लेकिन ये बल्लेबाज भारतीय क्रिकेट के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार रहा है.
राहुल द्रविड़ विश्व क्रिकेट में बल्लेबाजी तकनीक के मामले में सबसे निपुण बल्लेबाज माने जाते हैं जिन्होंने अपनी इसी कौशल से विश्व क्रिकेट में खास पहचान बनायी है। राहुल द्रविड़ भारत के महान बल्लेबाज रहे हैं.
तो वहीं कप्तानी में राहुल द्रविड़ के नाम का जादू नहीं चल सका. राहुल द्रविड़ को कप्तानी के मामले में काफी निराशा का सामना करना पड़ा। जिसमें उन्होंने 25 टेस्ट में कप्तानी की जिसमें 8 मैच ही जीत सके तो वहीं 79 वनडे में 42 मैचों में जीत मिली.
6- रॉस टेलर(न्यूजीलैंड)
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के इतिहास में रॉस टेलर को सबसे बेहतरीन बल्लेबाज माना जाता है. रॉस टेलर अभी भी इस टीम की बल्लेबाजी की जान बने हुए हैं जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी से खास मुकाम हासिल किया है.
रॉस टेलर ने कई बार अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी की मदद से न्यूजीलैंड टीम को संकट से उबारते हुए जीत दिलायी है. साथ ही उनका बल्लेबाजी में बड़ा ही जबरदस्त रिकॉर्ड है.
लेकिन बात जब रॉस टेलर के कप्तान बनने की आती है तो वहां इनका बड़ा ही निराशाजनक सफर रहा है. रॉस टेलर ने न्यूजीलैंड के लिए 20 वनडे मैचों में कप्तानी की जहां केवल 6 मैच जीत सके तो वहीं 14 टेस्ट मैचों में कप्तानी करते हुए 8 मैचों में हार का सामना किया है.
7- डेनियल वेटोरी(न्यूजीलैंड)
न्यूजीलैंड क्रिकेट इतिहास में कुछ ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने विश्व क्रिकेट पर अपनी एक अलग ही छाप छोड़ी है. न्यूजीलैंड में ऐसे खिलाड़ियों में पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज डेनियल वेटोरी को भी रखा जाता है.
विश्व क्रिकेट इतिहास में ये हैं वो 10 महान खिलाड़ी जो कप्तानी के मामले में रहे फिसड्डी, भारत के ये दो महान बल्लेबाज भी शामिल 21
डेनियल वेटोरी न्यूजीलैंड के लिए काफी लंबे समय तक खेले और उन्होंने ना केवल अपनी फिरकी गेंदबाजी से बल्कि बल्लेबाजी से भी हाथ दिखाए हैं. उन्हें न्यूजीलैंड का एक महान खिलाड़ी माना जाता है.
इस कीवि फिरकी गेंदबाज का नाम एक खिलाड़ी के तौर पर काफी बड़ा रहा लेकिन कप्तानी में वेटोरी कोई छाप नहीं छोड़ सके. डेनियल वेटोरी ने अपने करियर में 32 टेस्ट मैचों में कप्तानी की लेकिन इनमें से उन्होंने केवल 6 टेस्ट मैच जीते तो वहीं 16 मैच ड्रॉ रहे.