आज हम जिस पाकिस्तानी खिलाड़ी की बात करने जा रहे हैं, उसका विवादों से गहरा नाता रहा है, फिक्सिंग स्कैंडल का मामला हो या धर्म को लेकर बहस, यह खिलाड़ी हमेशा किसी ना किसी मुद्दों को लेकर विवादों में रहा, आप जान ही गए होंगे हम किसकी बात कर रहे हैं जी हां, दानिश कनेरिया (Danish Kaneria) की, यह कहना गलत नहीं होगा कि दानिश कनेरिया को विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं।
कैसा रहा है Danish Kaneria का करियर
कनेरिया का जन्म कराची, सिंध में 16 दिसंबर 1980 को हुआ. उनके पिता का नाम प्रभाशंकरभाई लालजीभाई कनेरिया और माता का नाम बबिताबेन है, दानिश शादशुदा हैं उनकी पत्नी का नाम धर्मिता है, उनका एक बेटा भी है, दानिश ‘डैनी’ और ‘नैनी-डैनी’ के नाम से भी जाने जाते हैं।
कनेरिया ने गवर्नमेंट इस्लामिया कॉलेज, कराची से अपनी पढ़ाई पूरी की, हिंदू होने के चलते दानिश को पाक टीम में आने में थोड़ी बहुत तकलीफ जरूर हुई मगर दानिश के गाॅड फादर बने राशिद लतीफ, राशिद पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कोच रहे हैं, उन्होंने कनेरिया के क्रिकेटिंग करियर में काफी बड़ा रोल अदा किया।
दानिश घरेलु स्तर पर नेशनल शिपिंग कारपोरेशन, कराची वाइट्स, पाकिस्तान रिज़र्वस, हबीब बैंक क्रिकेट लिमिटेड, कराची, एसेक्स, कराची ब्लूज, कराची ज़ेब्राज, कराची हारबर, सिंध क्रिकेट टीम, बलूचिस्तान बियर्स, कराची डोफिन्स और पाकिस्तान A क्रिकेट टीम से खेलते थे।
उन्होंने 1998 में HBL के खिलाफ नेशनल शिपिंग कारपोरेशन की तरफ से अपनी क्रिकेट पारी की शुरुआत की थी, इस मैच में उन्होंने 86 रन बनाये और 2 विकेट भी लिए थे, कनेरिया ने 1998-99 और 2011-12 के सत्र में कुल 206 फर्स्ट क्लास मैच खेले और 26.16 की औसत से 1,024 विकेट चटकाए।
दानिश कनेरिया (Danish Kaneria) ने साल 2000 में इंग्लैंड के खिलाफ फैसलाबाद में टेस्ट डेब्यू किया था, बेहतरीन स्पिनर रहे कनेरिया ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए करीब 10 साल तक क्रिकेट खेला, जिसमें उन्होंने 61 टेस्ट मैच खेले, दानिश ने अपने टेस्ट करियर में सर्वाधिक 261 विकेट लिए हैं, यही नहीं वह पाकिस्तान की ओर से टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले स्पिन गेंदबाज भी हैं।
साल 2012 में ईसीबी ने कनेरिया को मैच फिक्सिंग का दोषी पाया और उन पर जीवन भर के लिए प्रतिबंध लगा दिया, इसी के साथ पाकिस्तान के लिए क्रिकेट खेलने वाले दूसरे हिंदू क्रिकेटर का करियर यहीं खत्म हो गया।