भारत और श्रीलंका के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज़ का तीसरा मैच तिरूअंतपुरम में खेला गया. इस मैच में भारत ने श्रीलंका को रिकॉर्ड 317 रनों से हराकर इतिहास रच दिया. इसके साथ ही टीम इंडिया ने सीरीज़ 3-0 से अपने नाम कर ली.
इस मैच में भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. भारत ने 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 390 रन बनाए. जवाब में श्रीलंका की टीम 22 ओवर में केवल 73 रन पर सिमट गई.
शुभमन गिल ने जड़ा दूसरा वनडे शतक
सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए वनडे करियर का दूसरा शतक जमा. कसुन रजिथा की गेंद पर बोल्ड होने से पहले उन्होने 116 रन की पारी खेली. गिल ने अपनी पारी में 97 गेंदों पर 10 चौके और 2 छक्के लगाए.
शुभमन गिल ने कप्तान रोहित शर्मा के साथ पहले विकेट के लिए 95 रन जोड़े. रोहित शर्मा 42 रन बनाकर आउट हुए. इसके बाद गिल ने विराट कोहली के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 131 रन की साझेदारी की. 226 के स्कोर पर गिल के रूप में भारत का दूसरा विकेट गिरा.
विराट कोहली ने जड़ा 46वां वनडे शतक
इसके बाद विराट कोहली ने आतिशी अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 85 गेंदों पर अपना 46वां वनडे शतक पूरा किया. कोहली ने इस दौरान अय्यर के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 108 रन जोड़े. इसमें अय्यर का योगदान 38 रन का रहा. वहीं कोहली 110 गेंदों पर 166 रन बनाकर नाबाद रहे. उन्होने अपनी पारी में 13 चौके और 8 छक्के लगाए.
नहीं चला राहुल-सूर्या का बल्ला
पिछले मैच में टीम इंडिया की जीत के हीरो रहे केएल राहुल बड़ा स्कोर कर पाने में नाकाम रहे. वह केवल 7 रन बनाकर पवेलियन लौट गए. वहीं मिस्टर 360 डिग्री कहे जाने वाले सूर्याकुमार 4 रन बनाकर आउट हुए.
श्रींलका की तरफ से कासुन रजिथा, लाहिरू कुमारा ने दो-दो विकेट लिए. एक विकेट चमिका करूणारत्ने को मिला.
सिराज का तूफान, ताश के पत्तों की तरह ढेर हुई श्रीलंकाई टीम
लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गई. पूरी टीम मात्र 22 ओवर में 73 रन पर सिमट गई. फर्नाडों (19), शनाका (11) और रजिथा (13*) के अलावा कोई और बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छु सका.
भारत के लिए मोहम्मद सिराज ने कातिलाना गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट लिए. दो-दो विकेट कुलदीप और शमी को मिले.
टीम इंडिया ने श्रीलंका को 317 रन से हराकर वनडे क्रिकेट की सबसे बड़ी जीत हासिल की. इससे पहले यह रिकॉर्ड न्यूजीलैंड (290) रन के नाम था. क्रिकेट के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी टीम ने 300 रन के अंतर से जीत हासिल की है.