पाकिस्तान क्रिकेट टीम की वर्ल्डकप के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है. जिम्बाब्वे के खिलाफ पर्थ में खेले गए मुकाबले में मिली हार के बाद टीम की राह काफी मुश्किल हो गई है. हांलकी, अभी पाकिस्तान टीम टूर्नामेंट से बिल्कुल बाहर नहीं हुई है. उसे अभी तीन मैच और खेलने हैं. लेकिन सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए उसे दवा के साथ दुआ का भी जरूरत होगी.
ये होगा सेमीफाइल का गणित
पाकिस्तान की टीम दो मैचों में दो हार के साथ प्वॉइंट्स टेबल में पांचवें पायदान पर है. बांग्लादेश की टीम भी उनसे आगे है. पाकिस्तान को सेमीफाइनल की रेस में बने रहने के लिए अपने बचे हुए तीनों ही मुकाबले काफी बड़े अंतर से जीतने होंगे. उन्हें बड़े मार्जिन से विरोधी टीमों को हराना होगा. इसके अलावा ये उम्मीद करनी होगी कि भारत और साउथ अफ्रीका की टीम छह प्वॉइंट से ज्यादा ना बढ़ पाए. अब साउथ अफ्रीका और भारत का काफी खराब प्रदर्शन ही पाकिस्तान को सेमीफाइनल में पहुंचा सकता है.
भारत की जीत के लिए करनी होगी दुआ
अगर साउथ अफ्रीका अपने बचे हुए मैचों को हार जाता है तो फिर पाकिस्तान के चांस रहेंगे. प्रोटियाज टीम को अभी नीदरलैंड, पाकिस्तान और भारत के खिलाफ मैच खेलना है और अगर वो इनमें से दो मुकाबले हार जाते हैं तो फिर पाकिस्तान के लिए मौका बन सकता है. हालांकि पाकिस्तान को अपने नेट रन रेट में सुधार लाना होगा.
आपको बता दें कि जिम्बाब्वे ने पर्थ में खेले गए मुकाबले में रोमांचक तरीके से पाकिस्तान को एक रन से हरा दिया. पहले खेलते हुए जिम्बाब्वे की टीम ने 8 विकेट पर 130 रनों का छोटा स्कोर बनाया. ऐसा लगा कि पाकिस्तानी टीम आसानी से इस टार्गेट को हासिल कर लेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जिम्बाब्वे ने जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए पाकिस्तान को सिर्फ 129 रन ही बनाने दिए.