हांलही में खेली गई रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज़ और लीजेंड्स लीग क्रिकेट में पठान बंधु ने काफी प्रभावित किया. दोनो ने गेंद और बल्ले दोनो से अपनी टीम के लिए योगदान दिया. इंटरनेशनल क्रिकेट में इरफान और यूसुफ ने कई मौके पर टीम इंडिया को मैच जिताए हैं. यह भारत के लिए खेलने वाली एक प्रसिद्ध भाईयों की जोड़ी रही है. उनके अलावा पांड्या बंधु ने भी प्रभावित किया है. आज हम बात करने जा रहे हैं 9 ऐसे क्रिकेट भाईयों के बारे में जिन्होने टीम इंडिया का नेतृत्व किया है.
इरफान और यूसुफ पठान
भाइयों की जोड़ी में इरफान और यूसुफ पठान भारत के शानदार ऑलराउंडर रहे हैं. दोनों ने एक साथ कई सुपरहिट मैच खेले हैं. सन 2007 के वर्ल्ड कप में यह दोनों भाइयों की जोड़ी टीम में रही है और उन्होंने टीम इंडिया को वर्ल्ड कप विजेता भी बनाया. हाल ही में ये दोनों भाई रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज में इंडिया लीजेंड्स के लिए साथ खेले थे.
मोहिंदर अमरनाथ और सुरिंदर अमरनाथ
भारत की एक और भाइयों की जोड़ियों में से एक है मोहिंदर और सुरिंदर अमरनाथ. जिन्होंने भारत के लिए 3 वनडे मैच एक साथ खेले थे. मोहिंदर ने 1969 से 1989 तक भारत के लिए खेला, जबकि सुरिंदर सिर्फ 13 मैचों में भारत के लिए खेले थे.
हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या
हार्दिक पांड्या और कुणाल पांड्या भारतीय टीम में एक साथ खेले. संयोग की बात यह है कि यह दोनों भाइयों की जोड़ी आईपीएल के टूर्नामेंट में फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियंस की टीम में भी एक साथ खेल चुकी है. कुणाल पांड्या की अपेक्षा उनके छोटे भाई हार्दिक पंड्या ने अपने खेल से सारे देशवासियों का दिल जीता है.
माधवराव आप्टे और अरविंदराव आप्टे
माधवराव लक्ष्मण राव आप्टे 1952-53 में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे. उन्होने 7 टेस्ट खेले. जिसमें 542 रन बनाए. उनके भाई अरविंद ने एकमात्र मैच 1959 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला. जिसमें वह 15 रन बना सके.
कृपाल सिंह और मिल्खा सिंह
कृपाल सिंह भारत के राइट हैंड ऑफ ब्रेक गेंदबाज रहे हैं. वहीं उनके भाई मिल्खा एक मीडियम पेसर गेंदबाज. कृपाल सिंह ने 14 टेस्ट मैच खेले. वहीं मिल्खा 4 टेस्ट खेल पाये.
अमर सिंह और लढा रामसिंह
गुजरात में पैदा हुए यह दोनो भाई 1932 से 1936 तक टीम इंडिया का हिस्सा रहे. इस दौरान अमर सिंह ने 7 टेस्ट मैच खेले. जबकि लढा केवल एक टेस्ट खेल पाये. अमर सिंह टीम इंडिया के डेब्यू टेस्ट का हिस्सा रहे थे.
सुभाष गुप्ते और बालाकृष्णनन गुप्ते
सुभाष और बालो दोनो ही भाई लेगब्रेक स्पिनर के रूप में पहचाने गए. हांलकी सुभाष की अपेक्षा बालो का करियर उतना लम्बा नहीं रहा. सुभाष ने टीम इंडिया के लिए 36 टेस्ट खेले जिसमें 149 विकेट लिए. वहीं बालो सिर्फ 3 टेस्ट खेल पाये.
सीके नायडू और सीएस नायडू
पूर्व भारतीय कप्तान कोट्टरी कनकैया नायडू को कौन नहीं जानता. इन्हे भारतीय क्रिकेट का भीष्मपितामाह कहा जाता है. यह भारतीय क्रिकेट टीम के पहले कप्तान थे. इनके एक भाई सीएस (कोट्टरी सुभन्ना) नायडू भी इनकी कप्तानी के दौरान टीम इंडिया के लिए खेल चुके हैं. इनके तीसरे भाई सीएल नायडू भी थे. जिन्हे कभी इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला.