आत्महत्या आज के दौर में आत्महत्या की खबरें पहले के मुकाबले बहुत ज्यादा आने लगी है। इसका एक कारण यह भी है कि बढ़ती समय के साथ-साथ लोगों में मानसिक तनाव, डिप्रेशन और अकेलापन जैसी चीजें होती है। क्रिकेट खिलाड़ी भी इससे अछूते नहीं है। हालांकि क्रिकेट में ज्यादातर बार आत्महत्या करने वाले घरेलू क्रिकेट के खिलाड़ी होते हैं क्योंकि वह उस वक्त अपने कैरियर को बनाने की कोशिश में जुटे रहते हैं मगर असफल था मिलने की वजह से कई बार डिप्रेशन में चले जाते हैं। लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले भी बहुत खिलाड़ी हैं जिन्होंने किसी न किसी कारणवश आत्महत्या की थी। आज हम आपको ऐसे ही पांच खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे।
जिम ब्रुक
1930 में ऑस्ट्रेलिया में जन्मे क्रिकेट खिलाड़ी जिम ब्रुक ने अपने देश के लिए 24 टेस्ट मैच खेले थे। निजी और आर्थिक कारणों की वजह से साल 1979 में जिम ने शॉट गन की मदद से अपने आप को मार कर आत्महत्या कर ली थी।
2) जो पार्टीज
साउथ अफ्रीका के लिए 11 टेस्ट खेलने वाली जो पार्टीज का जन्म सन 1932 में हुआ था। साल 1988 में उन्हें एक होटल से गिरफ्तार किया गया था क्योंकि उन्होंने उस होटल का बकाया बिल चुकता नहीं किया था। वे अपनी गिरफ्तारी से इस कदर शर्मसार हो गए कि उन्होंने पुलिस थाने में ही अपने आप को गोली मार आत्महत्या कर ली।
3) हैरोल्ड जिंबलेट
इंग्लैंड के लिए तीन टेस्ट मैच खेलने वाले हैरोल्ड जीवन में मानसिक तनाव से गुजर रहे थे। इस तनाव की वजह से उन्होंने नशा करना शुरू कर दिया। साल 1978 में उनकी मृत्यु ड्रग्स की ओवरडोज के कारण हो गई थी। इसे आत्महत्या माना गया था
4) सुनील जयसिंह
श्रीलंकाई खिलाड़ी सुनील जयसिंह पर उनके देश के क्रिकेट बोर्ड ने कुछ कारणों से 25 वर्ष का बैन लगा दिया था। इस बहन की वजह से श्रीलंका के लिए क्रिकेट नहीं खेल पा रहे थे। बाद में उन्होंने श्रीलंका छोड़कर दक्षिण अफ्रीका जाने का निर्णय लिया मगर वहां भी उन्हें क्रिकेट खेलने को नहीं मिला। अंत में सुनील ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। बता दें कि उन्होंने श्रीलंका के लिए 2 वनडे मैच खेले थे।
5) डेविड बेयरस्टो
मौजूदा इंग्लैंड क्रिकेट टीम के विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो के पिता डेविड बेस्ड ओं ने साल 1998 में डिप्रेशन के कारण आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने अपने घर में ही फांसी लगाकर अपनी जान ले ली। उन्होंने इंग्लैंड को 4 टेस्ट और 21 वनडे मैचों में रिप्रेजेंट किया था।